कर्मचारियों के होनहार बच्चों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए किया सम्मानित


 हरिद्वार।ट्रॉफी व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। अपने बच्चों को सम्मानित होते देखकर कर्मचारियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वहीं कर्मचारियों के बच्चों ने अभिभावक के सामने सम्मान पाकर गर्व का अनुभव किया। कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट स्विन्दर पाल सिंह एवं उप महाप्रबंधक धीरेंद्र चौहान ने मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के साथ अपनी शुभकामनाएं दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। बताते चलें कि गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी किरबी  बिल्डिंग सिस्टम्स ने अपने कर्मचारियों के मेधावी बच्चों के शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया। शनिवार को संस्थान परिसर में कार्यक्रम का शुभारंभ वाइस प्रेसिडेंट स्विन्दर पाल सिंह एवं उप महाप्रबंधक धीरेंद्र चौहान के द्वारा किया गया। ऐसे में वाइस प्रेसिडेंट स्विन्दर पाल सिंह,उप महाप्रबंधक धीरेंद्र चौहान एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष नवीन बंसल,अरुण मलकानिया, अमित चौहान, संजीव श्रीवास्तव के द्वारा मेधावी छात्र-छात्राओं को ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अकाश सिन्हा पुत्र राकेश सिन्हा ने आईसीएसई बोर्ड की 12वीं परीक्षा में 92 प्रतिशत अंक प्राप्त कर अपने विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर विशेष रूप से सम्मानित किया गया। संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट स्विन्दर पाल सिंह ने मेधावी छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की एवं उनके माता-पिता को बच्चों के शैक्षिक उत्कृष्टता में उनके योगदान के लिए सराहना की। इसके साथ ही सभी छात्रों से भविष्य में शिक्षा के साथ अन्य क्षेत्रों में भी अग्रणी रहने का आवाहन किया। उप महाप्रबंधक धीरेंद्र चौहान ने कहा कि किसी भी परिवार मेधावी छात्रों को अन्य क्षेत्रों में अग्रणीरहने पर इसी प्रकार सम्मानित करती रहेगी। धीरेंद्र चौहान ने कार्यक्रम के आयोजन को सफल बनाने के लिए राजेश कुमार, नूर मोहम्मद,विनीता पंडित, धर्मेंद्र सिंह, वैभव कुमार, देवेंद्र सिंह,विशाल शर्मा,राकेश कुमार,दिनेश कुमार,अशोक कुमार सहित अन्य सहयोगियों का सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। धीरेंद्र चौहान ने बताया कि सिडकुल हरिद्वार स्थित किरबी संस्थान परिसर में आयोजित कार्यक्रम में अपने अधिकारियों के द्वारा बच्चों को सम्मानित होते देखकर कर्मचारियों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। वहीं अपने अभिभावकों के सामने सम्मान पाकर छात्रों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।