भारत का संविधान देश की आत्मा-इं0मघुसूदन अग्रवाल

 हरिद्वार। राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति ट्रस्ट द्वारा भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित वेबिनार की अध्यक्षता इं0 मधुसूदन अग्रवाल व संचालन राष्ट्रीय मंत्री जितेन्द्र कुमार शर्मा ने किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष इं0 मधुसूदन अग्रवाल ने कहा कि भारत का संविधान भारत की आत्मा है इसके द्वारा ही देश का संचालन हो रहा है और भारत में जितने भी सरकारी संस्था है उसमें जो भी शक्तियां संभावित है उनको विशेष अधिकार संविधान के माध्यम से ही दिया गया है। इसके अलावा संविधान में भारतीय नागरिकों के लिए विशेष प्रकार के अधिकार और कर्तव्य वर्णित किया गया है। जिसके द्वारा भारत का प्रत्येक नागरिक एक समान है। जब 15 अगस्त, 1947 को अंग्रेजों ने भारत छोड़ दिया, उस समय देश के राजनेताओं ने इस बात को अनुभव किया कि देश को संचालन करने के लिए संविधान की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए उन्हें संविधान सभा का गठन किया जिसका अध्यक्ष उन्होंने भीमराव अंबेडकर को बनाया और उन्होंने संविधान का निर्माण किया इसके बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान को देश में लागू किया गया जबकि संविधान बनाने का समय 26 नवंबर 1949 था संरक्षक जगदीश लाल पाहवा ने कहा कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है। यह लोकतंत्र के तीन स्तंभों विधानमंडल,न्यायपालिका और कार्यपालिका के कामकाज के लिए दिशानिर्देश जारी करता है। उनके अनुसार यह सभी कार्य करते हैं यह भारत के नागरिकों के मौलिक अधिकारों और विशेषाधिकारों को भी सुनिश्चित करता है। जब भारत के लोग संविधान दिवस मनाते हैं, तो उन्हें संविधान और उसके महत्व के बारे में बेहतर तरीके से जानकारी होनी चाहिए, तभी जाकर उन्हें मालूम चल पाएगा कि उनका संविधान बनने में किन-किन लोगों ने योगदान दिया था। छोटे बच्चे को संविधान के बारे में व्यापक जानकारी देना हर एक सरकार और देश के नागरिक का कर्तव्य क्योंकि छोटे बच्चों के हाथ में ही भारत का भविष्य है और भारत की गरिमा और अखंडता को बनाए रखने की पूरी जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। इसलिए अगर उनके अंदर संविधान बचाए रखने के गुण विकसित होंगे। तभी जाकर हमारा देश समृद्ध और विकसित होगा। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुरेश चन्द्र गुप्ता ने कहा कि संविधान दिवस मनाने का निर्णय भारत सरकार द्वारा एक स्वागत योग्य निर्णय था। यह न केवल संविधान को अपनाने का स्मरण कराता है बल्कि उन लोगों का भी सम्मान करता है जो इसे तैयार करने के श्रमसाध्य कार्य में शामिल थे। प्रान्तीय उपाध्यक्ष उत्तराखंड पश्चिम की रेखा नेगी ने कहा कि संविधान दिवस मनाना हमें हमारी मौलिक जड़ों से जोड़ता है और हमें देश को नियंत्रित करने वाले संविधान के मूल्य का एहसास कराता है। यह समाज के सभी वर्गों द्वारा जोश और उत्साह के साथ मनाया जाना चाहिए। इस दौरान शोभा शर्मा,डा0सपना बंसल,विजय प्रताप सिंह,अरुण कुमार पाठक,मीडिया प्रभारी हेमन्त सिंह नेगी,डा0पंकज कौशिक, कुलभूषण शर्मा,नरेंद्र बंसल,विनोद मित्तल,कमला जोशी,राजीव राय,नानकचन्द्र गोयल,अशोक कुमार गुप्ता,विमल कुमार गर्ग,राकेश अरोड़ा, भारती सिंह,धनप्रकाश गोयल,रोहित,जगदीश बावला,इं0रूचिर कुमार,डा0शिवि अग्रवाल,अंकुर गोयल ,अर्चना सिंघल,ऊषा शर्मा,दिशी गर्ग, अश्वनी सिंह उपस्थित रहे।