हजारों वर्ष जुल्म के बावजूद भी हमारे पूर्वजो ने नहीं छोड़ा संघर्ष: अजय’

 ’आरएसएस ने मनाया विजयदशमी पर्व’ 


हरिद्वार. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हरिद्वार नगर द्वारा संघ स्थापना दिवस व विजयदशमी पर्व पर मर्यादा पुरुषोत्तम राम, भारत माता,डॉक्टर हेडगेवार व गुरु जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर तथा शस्त्र पूजन के साथ धूमधाम से मनाया। भल्ला कॉलेज प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जिला प्रचार प्रमुख अजय शर्मा ने कहा कि विजयदशमी भारतीय धर्म संस्कृति में शक्ति-शौर्य व अधर्म पर धर्म की विजय का पर्व है. इस दिन भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने अहंकार व बुराई के प्रतीक रावण का वध कर राक्षसों से धरती को मुक्ति दिलाई थी.इससे पूर्व मां भगवती दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना उपासना नवरात्रों के रूप में पूजते हैं। 9 दिनों तक मां भगवती के विभिन्न रूपों को पूजने के बाद दशमी के दिन विजयदशमी पर्व मनाते हैं। उन्होंने बताया कि आज विजयदशमी के दिन ही 98 वर्ष पूर्व डॉ हेडगेवार जी ने अखंड भारत,श्रेष्ठ भारत,एक भारत की कल्पना से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी.उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व में कार्य कर रहा है। उन्होंने विजय प्रदर्शनी पर्व के माध्यम से सनातन धर्म संस्कृति का जागरण करने पर बल देते हुए कहा कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों को अपने धार्मिक पर्वों के विषय में बताना चाहिए। यह हमारे गौरव का विषय है.उन्होंने अपने इतिहास पर गर्व करते हुए कहा कि भारतीय इतिहास गाथा शौर्य में भरी है हजारों वर्ष बाहरी आक्रान्तऔ के जुल्मों के बावजूद भी हमारे पूर्वजों ने अपनी धर्म संस्कृति नहीं छोड़ी। जो हमें आत्म बल प्रदान करती है. सनातन संस्कृति की आध्यात्मिक शक्ति के कारण ही हजारों जुल्म के बावजूद भी हमारे पूर्वजों ने संघर्ष करना नहीं छोड़ा। उन्होंने सभी से आवाहन किया कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को अपने गौरवशाली इतिहास के साथ-साथ अपने धर्म संस्कृति परंपराओं का भी बोध कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो देश अपनी संस्कृति खो देता है वह पुनः कभी खड़ा नहीं हो सकता और जो देश अपनी संस्कृति को बचाए रखता है वह कभी मिटता नहीं है. कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी सत्येंद्र त्यागी ने की। मंचासीन अतिथियों में नगर संचालक डॉयतेंद्र नागयान उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रमुख रूप से आरएसएस के क्षेत्र प्रचार प्रमुख(उत्तर प्रदेश -उत्तराखंड) पदम,कार्यालय प्रमुख चंदन,रमेश उपाध्याय,अनिल गुप्ता,नगर कार्यवाह गुरमीत सिंह,सह नगर कार्यवाह डॉ अनुराग व बलदेव रावत,नगर व्यवस्था प्रमुख देशराज शर्मा, बौद्धिक प्रमुख भूपेंद्र,प्रचार प्रमुख अमित शर्मा,सह शारीरिक प्रमुख अंकुर,सह बौद्धिक प्रमुख डॉक्टर रतनलाल,सेवा प्रमुख संजय शर्मा,उत्तराखंड संस्कृत यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो0 दिनेश चंद्र शास्त्री,रविंद्र गोयल,भगवान प्रसाद चौरसियाआदि सैकड़ों की संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे।