प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ ने काला फीता बांधकर दर्ज कराया विरोध
हरिद्वार। प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ ने ग्यारह सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन की राह पकड़ ली है। संघ से जुड़े चिकित्सकों ने सोमवार को पहले दिन मांगों को लेकर काला फीता बांधकर कार्य करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया। संघ के जिलाध्यक्ष ने बताया कि मांगों को लेकर 29 अगस्त तक इस प्रकार का विरोध दर्ज कराएंगे। प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ जिलाध्यक्ष डॉ. शशिकांत वशिष्ठ ने बताया कि सरकार ने चिकित्सकों के स्थानान्तरण पर रोक लगा दी है। संघ की 11 सूत्रीय मांगों में चिकित्सकों के स्थानान्तरण ट्रांसफर एक्ट के अनुसार किए जाने की मांग की गयी है। उन्होंने बताया कि मांग पत्र में संविदा चिकित्सकों की भर्ती पर तत्काल बंद करने, दुर्गम क्षेत्रों में तैनात स्नातक चिकित्स हेतु वेतन का 25 फीसदी प्रोत्साहन राशि दिए जाने और पीजी अध्ययरत चिकित्सकों को पूर्व की भांति पूर्ण वेतन दिए जाने जैसी प्रमुख मांगों को मांग पत्र में रखा गया है। डॉ. शशिकांत वशिष्ठ ने बताया कि मंगलवार से अपनी मांग को लेकर काला फीता बांधकर सभी चिकित्सकों ने ओपीडी कार्य किया है। उन्होंने बताया कि 29 अगस्त तक मांगों को लेकर काला फीता बांधकर कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि 29 अगस्त को बैठक कर 30 अगस्त से कार्य बहिष्कार के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। काला फीताकर बांधकर कार्य करने वाले चिकित्सकों में डॉ.संदीप टंडन,डॉ.चंदन मिश्रा,डॉ.राजेश गुप्ता,डॉ.रामप्रकाश,डॉ.हितेन जंगपांगी,डॉ.यशपाल तोमर, डॉ.अल्पना खरे,डॉ.रविंद्र चौहान,डॉ.तरुण मिश्रा,डॉ.सादाब सिद्दकी,डॉ.पंकज, डॉ.सुब्रत अरोड़ा, डॉ.रणबीर मौजूद रहे।