विचारों को दिशा,जीवन को लक्ष्य मिले,कहलाता है गुरू का द्वार-योग गुरू पालयट बाबा


 हरिद्वार। महायोगी पायलट बाबा ने कहा कि जहां विचारों को दिशा मिले और जीवन को लक्ष्य, वह गुरु का द्वार कहलाता है। गुरु शिष्य के भीतर के मार्गदर्शन में निर्णायक भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की गुरु शिष्य परंपरा अनमोल धरोहर है। पायलट बाबा ने कहा कि देश दुनिया भारतीय संस्कृति को अपना रही है। दुनिया भर में सनातन संस्कृति अपनायी जा रही है। गुरू के मार्गदर्शन में ही समाज का उत्थान होता है। गुरू शिष्य परम्परा आदि अनादि काल से चली आ रही है। कनखल स्थित पायलट बाबा आश्रम में गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भोजपुरी अभिनेता, सांसद एवं दिल्ली भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पायलट बाबा आश्रम में पहुंचकर गुरु पूर्णिमा पर महायोगी पायलट बाबा का पूजन कर आशीर्वाद लिया। गुरु पूर्णिमा पर देर शाम  भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें मनोज तिवारी और उनकी टीम ने भजनो की मनमोहक प्रस्तुति दी। गुरु पूर्णिमा पर जापान,रशिया,यूक्रेन, जर्मनी समेत कई देशों से विदेशी श्रद्धालु पायलट बाबा से आशीर्वाद लेने पहुंचे। इस अवसर पर महामंडलेश्वर योग माता चेतना,  महामंडलेश्वर योग माता श्रद्धा,महामंडलेश्वर संजय गिरी,महामंडलेश्वर अवधूत गिरी, महामंडलेश्वर आनंद लीला माता रसिया,स्वामी सत प्रभु, यज्ञा गिरी रसिया आदि मौजूद रहे।