भेल कारखाने के श्रमिक यूनियनो के चुनाव मे इंटक ने मारी बाजी

 हरिद्वार।  भेल कारखाने मे गत दिवस हुए चुनाव मे देश की सबसे बड़ी लेबर यूनियन इंटक ने एक बार फिर बाजी मार ली है। उसे कुल मतों का लगभग 23ः प्रतिशत श्रमिकों का वोट हासिल कर रिकार्ड कायम किया है। जबकि भेल कारखाने मे कुल 2257 श्रमिकों को ही वोट का अधिकार है। जिसमे से 2177 वोट पड़े और 40 मत रद्द किये गये। इस प्रकार वैध मतो की संख्या 2117 रही। सबसे अधिक मत प्राप्त करने वाली यूनियन भेल मजदूर कल्याण परिषद जिसके नेता राजवीर सिंह है (इंटक से संबद्ध) को 493 मत प्राप्त हुए। भेल वर्कर्स यूनियन एच एम एस को 459 वोट पर ही संतोष करना पड़ा। और कुल मतों का लगभग 21ः वोट हासिल एच एम एस दूसरे स्थान पर रही। भेल के सबसे पुराने श्रमिक नेता राम यश की यूनियन हेवी इलेक्ट्रिकल मजदूर यूनियन को 380 मत हासिल हुए और तीसरे नंबर की यूनियन मे शामिल होने का मौका मिला। वहीं चैथे नंबर पर भाजपा समर्थित बीएमएस को 286 ही मत प्राप्त हुए। और पाचवें स्थान पर एटक रही जिसे 215 वोट ही मिले। यूँ तो कुल 11 यूनियनो ने चुनाव मे हिस्सा लिया था पर 10ः से अधिक मत हासिल केवल चार यूनियनो को ही मिले। भेल कारखाने के नियमो के मुताबिक 10ः मत हासिल करने वाली यूनियन को ही भेल मे मान्यता मिलती है। इस वर्ष के चुनाव परिणाम पिछले चुनाव परिणामों जैसे ही रहे।यूनियनो का वही क्रम् रहा। अलबत्ता श्रमिकों की संख्या जरूर घटी है।