लगातार बिगड़ रही धर्मनगरी की व्यवस्थाएं-सचिन बेदी
हरिद्वार। आम आदमी पार्टी नेता एडवोकेट सचिन बेदी ने कहा कि धर्मनगरी हरिद्वार की व्यवस्थाएं लगातार बिगड़ रही हैं। बदहाल व्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। प्रैस को जारी बयान में सचिन बेदी ने कहा कि प्रतिवर्ष लाखों तीर्थयात्री गंगा स्नान व अन्य धार्मिक कार्यो के लिए हरिद्वार आते हैं। लेकिन इन दिनों शहर की व्यवस्थताएं बदहाल है। सब कुछ भगवान भरोसे चल रहा है। ट्रैफिक प्लान सही तरीके लागू ना होने तथा उचित वाहन पार्किंग स्थल की व्यवस्था ना होने के कारण शहर में जाम की समस्या आम बात हो गई हैै। जिसका खामियाजा शहर की जनता और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ रहा है। यातायात नियमों का सुचारु रूप से क्रियान्वयन एवं सही प्रकार से पालन न करवा पाना भी जाम लगने की एक प्रमुख वजह है। गंगा घाटों पर लगे कूड़े के ढेर और इधर उधर फैली गंदगी बदहाली की दास्तां खुद बयां कर रही है। यहां ना तो कोई सफाईकर्मी और ना ही कोई कूड़ेदान नजर आता है। प्रशासन का पॉलिथीन मुक्त शहर होने का दावा भी खरा नही उतर रहा है। प्रतिबंधित होने के बावजूद गंगा घाटों पर पन्नी की चटाई एवं प्लास्टिक का अन्य सामान बेरोक टोक धड़ल्ले से बिक रहा है। हरिद्वार के ब्रह्मपुरी मौहल्ले की ओर से नाले से दो सप्ताह से अधिक समय से लगातार गंदे पानी और उसमें पड़ी गंदगी का मुख्य मार्ग पर रिसाव हो रहा है। लेकिन संबंधित विभाग द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह मार्ग लोगों के आवागमन का मुख्य मार्ग है। जिससे प्रतिदिन हजारों लाखों की संख्या में लोगों का आवागमन होता है और यह मार्ग मां मनसा देवी मंदिर के लिए भी जाता है। नाले का गंदा पानी और उसकी गंदगी लोगों का मार्ग तो अवरुद्ध कर ही रहे है । गंदा पानी सीधे गंगा में जा रहा है। सफाईकर्मियों द्वारा इस समस्या के निदान का अपने स्तर से भरसक प्रयास किया गया परंतु समस्या विकट होने के कारण सफलता नहीं मिल सकी। संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इसका आज तक कोई समाधान नहीं किया गया। वार्डो में कूड़ा निस्तारण की कोई समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण यह जटिल समस्या बनती जा रही है। मेला क्षेत्र में अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों की भी कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। युवाओं में पनप रही नशे की लत भी एक गम्भीर विषय बनती जा रही है। धर्मनगरी में विभिन्न प्रकार के नशों का कारोबार दिन प्रतिदिन फल फूल रहा है। लेकिन प्रशासन अंजान बना हुआ है। नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं होने से तीर्थनगरी की मर्यादा भंग हो रही है।