भारत भगवान और भक्तों का देश है-स्वामी विज्ञानानन्द सरस्वती

 हरिद्वार। श्रीगीता विज्ञान आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि भारत भगवान और भक्तों का देश है, यहां के संस्कार और संस्कृति पूरे विश्व में अद्वितीय हैं। भारत के राजा रहे हों या वर्तमान शासक सभी में सर्वे भवंतु सुखिनः की भावना रही है। इसीलिए भारत की विश्वसनीयता संपूर्ण विश्व में सर्वमान्य है। वे विष्णु गार्डन स्थित श्रीगीता विज्ञान आश्रम में चारधाम यात्रा हेतु आए भक्तों को तीर्थ यात्रा का महत्व समझा रहे थे। देवभूमि हिमालय की धार्मिक यात्रा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत पर भगवान की असीम कृपा है और भगवत धामों का दर्शन करने मात्र से व्यक्ति की विचारधारा सा्ित्वक और सकारात्मक हो जाती है। जिससे समाज में मानवीयता का समावेश होता है। भारत के राजनेताओं को अन्य देशों की तुलना में सह्रदयवान और जनहितैषी बताते हुए उन्होंने कहा कि जिन देशों के पास धर्म और संस्कृति नहीं है। वे आपस में लड़कर बर्बाद हो रहे हैं। जबकि भारत किसी से शत्रुता का भाव नहीं रखता। श्रीधाम हिमालय की यात्रा को संपूर्ण मानवता के लिए उपयोगी बताते हुए उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के इस युग में प्रत्येक व्यक्ति को पवित्र हिमालय की यात्रा अवश्य करनी चाहिए और तीर्थ यात्रा के माध्यम से व्यक्ति अपनी दिनचर्चा को संन्तुलित कर स्वस्थ और चिरायु जीवन प्राप्त कर सकता है। चारधाम यात्रा के वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि देवभूमि हिमालय शुद्धता और दिव्यता की प्रतीक है। यहां का अन्न जल भी भगवत प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं का अंतःकरण पवित्र कर जीवन सार्थक बनाता है। इस अवसर पर दिल्ली,पंजाब,राजस्थान और उत्तर प्रदेश से आए भक्तों ने गुरुगद्दी का आशीर्वाद लेकर तीर्थ यात्रा को प्रस्थान किया।