हरिद्वार। थाना जीआरपी एवं आरपीएफ हरिद्वार-दिल्ली की संयुक्त टीम ने चोरी करने वाले दक्षिण भारत के एक गैंग को दबोचा है। गिरफ्रतार गैंग में मां-बेटा भी शामिल हैं। आरोपियों के कब्जे से दस लाख के चोरी किए गए मोबाइल फोन, नगदी और सोने के जेवरात बरामद हुए हैं। गैंग की गिरफ्रतारी एसएसपी रेलवे ने जीआरपी की पीठ थपथपाई है। पुलिस के अनुसार जीआरपी थाने में एम विनय गमूरिही निवासी चेन्नई ने 24 मई को मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि शताब्दी एक्सप्रेस के कोच संख्या बी-5 में सवार होते समय उनके बैग से करीब 35 हजार की रकम चोरी कर ली गई थी। जीआरपी थानाध्यक्ष अनुज सिंह की अगुवाई में पुलिस टीम ने जांच शुरू की। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक करने पर संदिग्धों के चेहरे सामने आए, जिसके बाद जीआरपी ने ट्रेन स्कोर्ट तथा जीआरपी नई दिल्ली को सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराए। जीआरपी थानाध्यक्ष की अगुवाई में एक टीम दिल्ली रवाना हेा गई। रेलवे स्टेशन नई दिल्ली पर जीआरपी ने आरपीएफ एस्कोर्ट कर्मचारियों की मदद से चार आरोपियों को पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम तरुण अनिल पुत्र अय्याराव निवासी आंध्र प्रदेश, महेश बाबू, उसकी मां मंगम्मा पत्नी स्वामी नारायण एवं तरुण ओनकम्मा पत्नी प्रभासागास निवासीगण आंध्रप्रदेश बताया। आरोपियों के कब्जे से 52 हजार रुपये, 42 मोबाइल फोन, एक चेन, तीन जोडी पाजेब बरामद हुई। जीआरपी थानाध्यक्ष के अनुसार आरोपी ट्रेनों में चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। तीर्थ स्थलों पर यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को शिकार बना लेते थे। पुलिस ने गिरफ्रतार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
ट्रेनो मे चोरी करने वाले गैंग को दबोचा,चोरी के लाखो का सामान बरामद