माँ त्याग, प्रेम, दया और स्नेह की मूर्ति-श्रीमहंत रविंद्रपुरी

 हरिद्वार। रामानंद इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड मैनेजमेंट में मदर्स डे धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर इंस्टीट्यूट के चेयरमैन एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज के सानिध्य में शिक्षकों ने केक काटकर सभी को मदर्स डे की शुभकामनाएं दी। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि मां त्याग, प्रेम, दया और स्नेह की मूर्ति होती है। जिसकी छाया में मनुष्य ही नहीं देवता भी स्वयं को आनंदित अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा कि मां ही बच्चे की मूक भाषा को समझती है। केवल इसी दिन नहीं बल्कि प्रत्येक दिन हमें अपनी मां का शुक्रिया अदा करना चाहिए। जिसने हमें हमारा अस्तित्व प्रदान किया। जीवन में मां की भूमिका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। संस्कार देने में मां की अहम भूमिका है। निदेशक वैभव शर्मा ने कहा कि मां के प्यार और त्याग को बचपन से यदि समझाया जाए तो बच्चे मां की भावना से जुड़कर जीवन में बेहतर करने का प्रयास कर सकते है। कहा कि मां की ममता और त्याग के बारे में बच्चों में समझ होनी जरूरी है। इस अवसर पर कुसुम,सोनम बबीता,वर्तिका,दिव्या,प्रियंका, कीर्ति,अनुराधा,प्रियांशु,जूही,नेहा,नैना,प्रियंका, शिल्पा, श्वेता,कविता,रिषिका,छवी,रक्षिता,कोमल,साक्षी आदि मौजूद रहे।