हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन ने शुक्रवार को पेयजल संकट को लेकर पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। यूनियन पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं ऐसे में वे अपनी समस्या किसे बताएं। योजना के नाम पर गांवों में रास्ते तोड़ दिए गए हैं। योजना से भी पानी नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों को दूर दराज लगे सरकारी हैंडपंपों में जाकर प्यास बुझानी पड़ रही है। शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष चैधरी पदम सिंह रोड के नेतृत्व में यूनियन के सदस्यों ने अधिशासी अभियंता कार्यालय पहुंचकर हंगामा खड़ाकर दिया। पेयजल समस्या से त्रस्त यूनियन सदस्यों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या गंभीर बनी हुई है। सरकारी नल शोपीस बने हुए हैं। कहीं हैंडपंप खराब पड़े हैं तो कहीं नल टूटे पड़े हैं। कहीं पर योजना में टंकी काम नहीं कर रही है। शिकायतों के बाद भी अधिकारी समाधान करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कई लोगों ने पानी के अवैध कनेक्शन ले रखे हैं। वे सिंचाई में पीने के पानी का उपयोग कर रहे हैं। समस्या गंभीर बनी हुई है। पानी के पाइप टूटे पड़े है। विभाग योजना में पाइप बिछाने के नाम पर रास्तों को तोड़ देता है। उसके बाद योजना की तरफ पलट कर भी नहीं देखा जाता है। कई स्थानों पर लीकेज होती रहती है तो कहीं पर टंकी से सप्लाई नहीं हो रही है। गांव से ही अधिकारियों को फोन करके जब समस्या बताने की कोशिश की जाती है तो अधिकारी फोन रिसीव नहीं करते हैं। प्रदर्शन में संजीव कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप त्यागी, मुबारिक अली, इन्द्र रोड, चैधरी रजत रोड, राजवीर, महेंद्र सैनी, आचार्य धनश्याम, सोनू अरशद आदि शामिल रहे।
पेयजल संकट को लेकर किसानों ने किया अधिशासी अभियंता के कार्यालय पर प्रदर्शन