10 से 12 जून तक होगा भाकियू अंबावता का किसान सम्मेलन-चैधरी ऋषिपाल अंबावता


 हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन अंबावत के राष्ट्रीय अध्यक्ष चैधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा है कि केंद्र सरकार की दमनकारी नीतियों के कारण आज भारत का किसान इतिहास के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। लगातार बढ़ती महंगाई से हताश और निराश किसान खुदकुशी करने को मजबूर हो रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार किसानों की समस्याओं का हल करने की बजाए लगातार महंगाई बढ़ाकर उन्हें कर्ज तले डुबो रही है। हाईवे स्थित होटल भागीरथी में अलकनंदा मैदान में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले किसान सम्मेलन की जानकारी देते हुए चैधरी ऋषिपाल अंबावता ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण 2 वर्ष से किसान सम्मेलन का आयोजन नहीं हो पा रहा था। किंतु इस वर्ष दस, ग्यारह और बारह जून को पूरी भव्यता के साथ भारतीय किसान यूनियन अंबावता का किसान सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसमें देश भर से किसान जुटेंगे और केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार किसानों के लिए बिजली दरों को सस्ता करे और किसानों की समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें सस्ती दरों पर खाद, यूरिया और बिजली पानी उपलब्ध कराए। भाकियू अंबावता के राष्ट्रीय महासचिव चैधरी रामपाल अंबावता ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों से मात्र झूठे वादे कर उन्हें गुमराह करती चली आ रही है। भारत का किसान पूरी तरह से हताश और निराश है। खाद, पेट्रोल, डीजल, बिजली, पानी, यूरिया सभी के रेट आसमान छू रहे हैं और किसानों की आय बढ़ने की वजह लगातार घट रही है। ऐसे में किसानों के लिए खेती कर पाना बहुत ही मुश्किल साबित हो रहा है। 10 जून से प्रारंभ होने वाले किसान सम्मेलन में हजारों किसान केंद्र और उत्तराखंड सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराएंगे और यदि किसानों की सभी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड और अन्य राज्यों में भी बड़े रूप में किसान आंदोलन चलाया जाएगा। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष चैधरी सुभाष नंबरदार, जिला अध्यक्ष चैधरी सागर सिंह,महासचिव योगेश चैधरी,प्रदेश उपाध्यक्ष चैधरी जोगेंद्र कुमार,समर सिंह,चैधरी पवन सिंह,चैधरी बृजेंद्र सिंह,चैधरी रजनीश कुमार, साधुराम,वरुण चैधरी, राजेश चैधरी,डा.अनिल,सतीश पवार,चैधरी महक सिंह,चैधरी पहल सिंह पवार, विपिन चैधरी, संजय कुमार उपस्थित रहे।