रमजान महीने के अन्तिम जुमे पर रोजेदारो ने अमन चैन की कामना के साथ नमाज अता की

 हरिद्वार। पवित्र रमजान माह के अन्तिम जुमे के दिन उपनगरी ज्वालापुर सहित देहात के विभिन्न मस्जिदों में रोजेदारों ने देश मे अमन-चैन की दुआएं मांगते हुए जुमे की नमाज अता की। जबकि शहर की जामा मस्जिद में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना आरिफ ने 1 बजे जुमे की नमाज अदा कराई। इसके साथ ही देहात क्षेत्र में भी जुमे की नमाज में भारी संख्या में रोजेदार मस्जिद पहुंचे और नमाज में शिरकत की। उपनगरी ज्वालापुर स्थित अबूबकर मस्जिद में कारी इरशाद,अब्बासिया मस्जिद में हाफिज अहमद हसन, हुसैनिया मस्जिद में हाफिज रियाज, मदीना मस्जिद में हाफिज मेहताब आलम, कोटरवान मस्जिद में कारी मुबारक अली, मंडी मस्जिद में हाफिज कुतबुद्दीन और तेलियान मस्जिद में मौलाना इकबाल ने नमाज अदा कराकर मुल्क की खुशहाली, तरक्की और मुल्क में अमनोचैन के लिए दुआएं मांगी और लोगों से इंसानियत की मिसाल पेश करने की अपील भी की। रमजान माह के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग जुमे की नमाज अदा करने के लिए विशेष तैयारियां करते हैं। बताया जाता है कि पवित्र माह रमजान में पड़ने वाले चार जुमे के दिन नामज अदा करने का विशेष महत्व है। जुमे की नमाज अदा होने के बाद मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना आरिफ ने कहा कि सभी रोजेदार को पांचों वक्त की नमाज पाबंदी के साथ पढ़नी चाहिए। इस दौरान मौलाना आरिफ ने रोजेदारों से इंसानियत की मिसाल पेश करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सभी से इंसानियत से पेश आना चाहिए। कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहने की जरूरत है। नशा हमारी कई पीढ़ियों को प्रभावित करता है। कहा कि हमें अपने माता-पिता का आदर करना चाहिए। हम अपने माता-पिता का सम्मान करेंगे तो ही हमारे बच्चे हमारा मान सम्मान करेंगे।