पहले और तीसरे मंगलवार को तहसीलदिवस में बताये अपनी समस्यायें,पाये समाधान

 हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने बताया है कि मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन कार्मिक एवं सतर्कता अनुभाग-06.देहरादून के पत्र संख्या-458 दिनांक 29 जुलाई,2021 द्वारा अवगत कराया गया कि जन समस्याओं का स्थानीय स्तर पर निस्तारण किया जाना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक है। आमजन की अपनी कठिनाईयों और समस्याओं के निवारण हेतु प्रदेश मुख्यालयध्मण्डल मुख्यालय और जिला मुख्यालय आने की आवश्यकता नहीं पड़नी चाहिए। यथा संभव आमजन की समस्याओं का निवारण ‘‘समाधान‘‘ जैसी ऑन लाईन शिकायत निवारण व्यवस्था से हो जाना चाहिए। फिर भी कभी-कभी जन समस्याओं के निवारण के लिए व्यक्ति को सम्बन्धित अधिकारी से मिल करके समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों से मिलने की आवश्यकता पड़ती है। जिलाधिकारी ने यह भी अवगत कराया है कि आमजन की समस्याओं के निवारण हेतु इस प्रकार की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे सरकारी अधिकारीध्कर्मचारी, जनता के पास पहुँचकर, उनकी समस्याओं का निवारण मौके पर ही सुनिश्चित करें। आमजन को अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए प्रदेश मुख्यालय,मण्डल मुख्यालय और जिला मुख्यालय तक न जाना पडे, इसको दृष्टिगत रखते हुये शासन की मंशा के अनुसार जन शिकायतों,समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु प्रत्येक माह में पड़ने वाले प्रथम एवं तृतीय मंगलवार को तहसील मुख्यालय-हरिद्वार रूडकी,लक्सर तथा भगवानपुर में प्रातः 10 बजे से 1.00 बजे तक संबंधित उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसील दिवस आयोजित करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें अनिवार्य रूप से संबंधित क्षेत्राधिकारी, तहसीलदार एवं खण्ड विकास अधिकारी की व्यक्तिगत उपस्थिति सुनिश्चित होगी। तहसील दिवस के कार्यकलापों का पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण करने हेतु रैंडम आधार पर जिलाधिकारी द्वारा किसी भी तहसील के तहसील दिवस में प्रतिभाग करते हुये अध्यक्षता की जायेगी और इस दौरान आयोजित तहसील दिवस में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, सचिव, हरिद्वार-रूडकी विकास प्राधिकरण, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन)(वि0ध्रा0), परियोजना निदेशक,जिला ग्राम्य विकास अभिकरण,नगर आयुक्त,नगर निगम हरिद्वार,रूडकी (संबंधित क्षेत्रीय नगर आयुक्त )सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करेंगे।