वैदिक संस्कृति ही राष्ट्र रक्षा का मूल है
हरिद्वार। गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर के वार्षिक महोत्सव के दूसरे दिन आर्य संन्यासी स्वामी यज्ञमुनि महाराज के नेतृत्व में यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ के यजमान गुरुकुल आयुर्वेद फार्मेसी के व्यवसाय अध्यक्ष डॉ.अतुल शास्त्री तथा विद्या सभा के सदस्य अजमोद कुमार मोदी रहे। आचार्य हेमन्त तिवारी के आचार्यत्व में वैदिक मंत्रों का पाठ किया गया। इस अवसर पर संस्था के प्रधान और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द,कुलपति डॉ. हरिगोपाल शास्त्री, मंत्री सभा नन्दलाल सिंह राणा,मुख्याधिष्ठाता सोमप्रकाश चैहान,विद्यासभा सदस्य अजमोद कुमार मोदी,कुलसचिव डॉ.अजय कौशिक,कोषाध्यक्ष दिनेश चैहान,आचार्य हेमन्त तिवारी, सहायक मुख्याधिष्ठाता अभिषेक चैहान,डॉ. वाजश्रवा आर्य, विनीत चैहान,विनय चैहान, गुरुकुल कण्वाश्रम के संस्थापक विश्वपाल जयन्त,स्वामी विश्वानंद,स्वामी अग्निवेश आदि ने यज्ञ में आहुतियां दी। मुख्य वक्ता के रूप में संस्कृत प्राध्यापक डॉ.योगेश शास्त्री ने कहा कि वैदिक संस्कृति ही राष्ट्र रक्षा का मूल है। डॉ.शैलेश तिवारी ने कहा कि जब तक हम राष्ट्र के स्वरूप को नहीं समझेंगे तब तक हम राष्ट्र की रक्षा नहीं कर सकते हैं। डॉ. प्रकाश चन्द्र पन्त ने कहा कि अपना सुधार ही समाज की सबसे बड़ी सेवा है, हमारे शास्त्रों में चरित्र पर बल दिया गया है। गुरुकुल कांगड़ी विवि के वेद विभाग के डॉ दीनदयाल वेदालंकार ने योग की महिमा का बखान किया। डॉ अरविंद नारायण मिश्र सहित अन्य वक्ताओं ने विचार रखे।