शरीर का शुद्धिकरण होना खिलाडियों के लिए विशेष महत्व है -पर्वतारोही डाॅ.संतोष यादव

 हरिद्वार। पद्मश्री एवं पर्वतारोही डॉ संतोष यादव ने कहा कि पंचतत्वों से बने शरीर का शुद्धिकरण होना खिलाडियों के लिए विशेष महत्व रखता है। खिलाड़ी की ऊर्जा का तारतम्य प्रदर्शन स्तर को बढ़ाता है। सिंथेटिक का बढ़ता चलन युवाओं की ऊर्जा में बाधक बन रहा है। यह बात उन्होंने बुधवार को गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के दयानंद स्टेडियम प्रांगण में तीन दिवसीय ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी स्क्वैश रैकेट चैंपियनशिप के शुभारंभ पर कही। उन्होने कहा कि भारतीय संस्कृति में पहनावा एवं खान-पान का विशेष योगदान है। शरीर एवं मन की शांति खिलाड़ी की क्रिया शक्ति के लिए वरदान है। विशिष्ट अतिथि वन्डर ग्रुप ऑफ कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर रजत भलोटिया ने कहा कि हार-जीत जीवन के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं। खिलाड़ी जीत को साथियों के साथ साझा करें तथा हार को नई ऊर्जा के साथ फिर लक्ष्य साधकर सफलता मिलती है। विवि कुलपति प्रो.रूपकिशोर शास्त्री ने कहा कि खिलाड़ी के जीवन में वातावरण की अनूकुलता जरूरी है। गुरुकुल का वातावरण शैक्षिक एवं खेलों की दृष्टि से सर्वोपयुक्त है। विशिष्ट अतिथि प्रो. आरकेएस डागर ने कहा कि नई पीढ़ी द्वारा स्थापित किये जा रहे मानक भविष्य की सफलता को दर्शाता है। आयोजन सचिव डॉ. शिवकुमार चैहान ने संचालन किया। कार्यक्रम में डीन प्रो. सुरेंद्र कुमार, कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार, प्रो आरसी दूबे, प्रो. मनुदेव बंधु, प्रो. दिनेश चन्द्र शास्त्री, प्रो. विनय विद्यालंकार, प्रो. वीके सिंह, प्रो. श्यामलता जुयाल, प्रो. नमिता जोशी, डॉ. बिन्दु मलिक, डॉ अजय मलिक आदि शामिल रहे।