भाजपा कांग्रेस के बीच टक्कर को त्रिकोणीय बनाने में जुटे अन्य प्रत्याशी,मुकाबला दिलचस्प
हरिद्वार। कमल मिश्रा- बिना किसी लहर के होने जा रहे उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव को लेकर महज कुछ ही घण्टे मतदान में शेष बचे है,ऐसे में अब प्रत्याशियों की राजनीतिक ताकत को लेकर आकलन का दौर भी शुरू हो चुका है। वैसे तो सभी विस सीटों पर इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है,लेकिन वोटरों के लिहाज से सबसे बड़े विधानसभा क्षेत्र में शुमार रानीपुर विधानसभा में चुनावी दंगल बड़ा ही दिलचस्प होने जा रहा है इस बार किसकी किस्मत का सितारा चमकेगा यह तो मतगणना के बाद का समय ही बताएगा। चुनावी दंगल के मैदान में जहां एक और भाजपा से लगातार दो बार के विधायक आदेश चैहान तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशी के रूप में भेल श्रमिक नेता राजवीर चैहान को मैदान में उतारा है। वही आप पार्टी के प्रत्याशी प्रशांत राय भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के पिछले 21 वर्षो के कार्यकाल को मुद्दा बनाकर दोनो प्रत्याशियों को टक्कर देने के बाद कह रहे हैं। लेकिन यह तो जनता ही तय करेगी की ताज किसको पहनाया जाय। इस समय का दौर यह है कि सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी मीठी मीठी बातों से जनता को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। और साथ ही बड़े-बड़े सपने दिखाने के बाद कह कर जानते से वोट की अपील कर रहे हैं। अब बात करें अगर सिटिंग विधायक आदेश चैहान की तो इस बार कई क्षेत्रों जैसे कि राजा गार्डन, राज विहार, नवोदय नगर, शिवपुरी कॉलोनी, में इनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था विरोध करने वाले लोगों का कहना था कि विधायक ने पिछले 10 वर्षों में हमारे क्षेत्रों में कोई भी विकास कार्य नहीं किया है। यहां तक कि जगजीतपुर की एक कॉलोनी में तो कोलोनिवासियो ने घरों में पहले सड़क बाद में वोट का बैनर लगा हुआ है इससे जाहिर होता है कि कॉलोनी वासियों में कितना आक्रोश है क्योंकि क्षेत्र की अपेक्षा की गई है और साथ ही इस बार भाजपा पार्टी से ही सीटिंग विधायक आदेश चैहान के अलावा 3 भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी टिकट की मांग की थी लेकिन सीटिंग विधायक टिकट हासिल करने में कामयाब रहे। अब देखना यह है कि टिकट के मांग करने वाले कार्यकर्ता पार्टी के प्रत्याशी को कितना सपोर्ट करते हैं या नहीं और साथ ही जनता के विरोध का कितना असर भाजपा प्रत्याशी पड़ता है और विरोध का कितना लाभ अन्य पार्टी के प्रत्याशियों को मिलता है। यह भी कहा जाता है कि विरोध वाला क्षेत्र भाजपा का पक्का गढ़ है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के प्रत्याशी राजवीर चैहान की बात की जाए तो कांग्रेसी पार्टी में रानीपुर विधानसभा से राजवीर चैहान के अलावा लगभग 5 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने टिकट की दावेदारी की गई लेकिन यहां भी राजवीर चैहान टिकट हासिल करने में कामयाब रहे। राजवीर चैहान के टिकट की घोषणा होते ही अन्य कार्यकर्ताओं जो टिकट की मांग कर रहे थे उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बैठक कर आगे का निर्णय लेने की बात कही यहां तक की संजीव चैधरी के समर्थकों ने राजवीर चैहान का टिकट काटकर संजीव चैधरी को देने की बात कहकर कांग्रेस हाईकमान को पत्र भी लिखा और वहीं दूसरी और महेश राणा प्रताप, वरुण बालियान तेलूराम प्रधान ने भी अपने-अपने समर्थकों के साथ बैठक की बैठक में क्या निर्णय लिया गया है यह चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंध में क्षेत्र के लोगों से बात की गई तो लोगों का कहना था कि जनता परिवर्तन चाहती है इसीलिए इस बार कांग्रेस पार्टी ने भी आदेश चैहान को टक्कर देने के लिए चैहान प्रत्याशी को ही मैदान में उतारा है। बात करे कि राजवीर चैहान को भेल का श्रमिक नेता होने का कितना लाभ मिलता है और कितना लाभ अन्य को मिलता है क्योंकि भेल में भी राजवीर की यूनियन के अलावा दो तीन और भी यूनियन है कुछ चैहान से अलग है। और वही बात करें आप पार्टी के प्रत्याशी प्रशांत राय की तो इनके संबंध में लोगों का कहना है कि आप पार्टी का अभी उत्तराखंड में कोई जनाधार नहीं है और आप पार्टी के प्रत्याशी प्रशांत राय का भी विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा जनसंपर्क भी नही है। लोगों का कहना है कि फिलहाल चुनाव में चैहान वर्सेस चैहान होने वाली है।