जातिगत,सम्प्रदायिकता से ऊपर उठकर देश के लिए एक होने की जरूरत-स्वामी रामदेव

 हरिद्वार। गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण करने के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए योगगुरु बाबा रामदेव ने जातियों धर्म और संप्रदाय के नाम पर धुव्रीकरण देश की एकता अखंडता और संप्रभुता के लिए खतरा बताते हुए कहा कि हमें राष्ट्र के नाम पर ध्रुवीकरण करना चाहिए। विकास के नाम पर धुर्वीकरण करना चाहिए समाज को जोड़ने के नाम पर विचार करना चाहिए तोड़ने के नाम पर नहीं, बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोना को लेकर वैक्सीन बनाई गयी है जो प्रिवेंशन है दवा नहीं मगर उन्होंने दवा बनाई थी और अब ओमीक्रोन की दवा भी तैयार कर ली है। बाबा रामदेव का कहना है कि प्रथम सीडीएस विपिन रावत से लेकर के स्व0 कल्याण सिंह और अनेक महापुरुषों को आज पद्यम पुरस्कार दिए गए हैं पूरा राष्ट्र उनका कृतज्ञ रहेगा। योग गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि 2 साल से पूरी दुनिया में सन्नाटा था पूरी मेडिकल संस्थाएं पूरा चिकित्सा तंत्र आधुनिक चिकित्सा तंत्र मिलकर के कोरोना की दवा न बना पायी, खाली वैक्सीन बनाई वह प्रिवेंशन है हमने करोना की भी दवाई बनाई थी और अभी ओमिक्रोन के ऊपर भी हमारा पहला रिसर्च पूरा हो गया है और ओमि क्रोन की 100ः दवाई हमने तैयार कर ली है यह हमारे साइंटिस्ट की रात दिन की मेहनत का परिणाम है यह बड़ी बात है। गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि भारत आज ज्ञान शक्ति में सैन्य शक्ति ने कृषि में आईटी में अलग-अलग सर्विसेज में बहुत आगे पहुंच चुका है लेकिन भारत की सबसे बड़ी दुर्बलता है जातिवाद और मजहबी उन्माद में गणतंत्र दिवस पर देशवासियों से यह आवाहन है कि वे माने भारतीयता ही मेरी जाति है भारत और भारतीयता ही मेरा धर्म है। तमाम प्रकार के धार्मिक सांप्रदायिक उन्माद से बाहर निकल कर के भारत की एकता अखंडता और संप्रभुता के लिए हमें अपने सभी प्रकार के जातिगत और सांप्रदायिक एजेंटों से बाहर निकल कर के राष्ट्र के लिए इकट्ठा होने की आवश्यकता है।