पुराने करेंसी के जब्त होने के बाद पुलिस मामले को खंगालने में जुटी

 हरिद्वार। चलन से बाहर हो चुकी 4.45 करोड़ की करेंसी एक्सचेंज करने वाले गैंग की जड़ खंगालने में ज्वालापुर पुलिस जुट गई है। मामले की प्रारंभिक पड़ताल में पकड़ी गई करेंसी दिल्ली के खनन कारोबारी की होने की बात सामने आ रही है। अब स्थानीय खनन कारोबारियों की भी भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है। एसटीएफ मामले की तह तक जाने के लिए मास्टरमाइंड रुपेश वालिया की कॉल डीटेल खंगालने में जुट गई है। एसटीएफ निरीक्षक अबुल कलाम की अगुवाई में पुलिस टीम ने दो दिन पहले मध्य हरिद्वार में छापामारी करते हुए चलन से बाहर हो चुकी करीब साढ़े चार करोड़ की रकम के साथ सात आरोपियों को दबेाचा था। सामने आया था कि आरबीआई के किसी अधिकारी से सेटिंग कर करेंसी बदलने की योजना थी। इसके एवज में करीब एक करोड़ रुपये कमीशन के रूप में मिलने थे। छानबीन में पता चला कि यह रकम दिल्ली निवासी खनन कारोबारी राजीव यादव की है। वह रुपेश वालिया, विकास गुप्ता और यशवीर का पुराना परिचित है। जांच में जुटी पुलिस को कई अन्य लोकल नाम भी पता चले है। यह लोग भी खनन कारोबारी राजीव यादव के करीबी हैं। यह सभी रूपेश वालिया व अन्य आरोपितों के संपर्क में रहे हैं। आरोपी रुपेश वालिया की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी महेश जोशी का कहना है कि मामले की जांच चल रही है।