गार्ड का रकम ह़पड़ने के मामले में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज
हरिद्वार। विकास भवन स्थित स्टेट बैंक शाखा में तैनात एक सिक्योरिटी गार्ड को कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया। आरोप है कि अनुबंध पूरा होने से पहले मनमानी करते हुए उसे नौकरी से निकालने के साथ ही जमानत राशि भी हड़प ली गई। शिकायत करने पर गार्ड के पिता पर हमला कर घायल कर दिया गया। कोर्ट के आदेश पर सुपरवाइजर सहित चार आरोपितों के खिलाफ रानीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रमोद गुप्ता निवासी जे-365 शिवालिक नगर ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उनका बेटा नीरज गुप्ता वर्ष 2018 से रक्षक सिक्योरिटी सर्विस ब्रांच आफिस रुड़की में कार्यरत चला आ रहा था। उसकी तैनाती विकास भवन रोशनाबाद स्थित स्टेट बैंक शाखा में थी। आरोप लगाया कि सुपरवाइजर भुवनचंद भट्ट निवासी ग्राम न्यू मिस्सरपुर कनखल ने नौकरी लगने के दौरान 33 हजार रुपये लिए। आश्वासन दिया गया था कि दो साल बाद रकम वापस कर दी जाएगी। लेकिन, 12 फरवरी 2021 को उनके बेटे को कंपनी से निकाल दिया गया और रकम भी नहीं लौटाई गई। पैसे मांगने पर आठ मई 2021 को उसके साथ मारपीट कर धमकी दी गई। इस बारे में नीरज के पिता प्रमोद गुप्ता ने शिकायत की। आरोप है कि 17 सितंबर की रात भुवन चंद्र भट्ट व अरुण सिंह निवासी निर्मल बस्ती शिवालिकनगर व दो अज्ञात व्यक्तियों ने नीरज के पिता प्रमोद गुप्ता को रोक लिया और शिकायत वापस न लेने पर धमकी देते हुए गाली-गलौच की और लोहे की राड से हमला कर घायल कर दिया। इससे उनके हाथ में दो फ्रैक्चर आए और उसका आपरेशन कराना पड़ा। पुलिस में सुनवाई न होने पर कोर्ट से गुहार लगानी पड़ी। रानीपुर कोतवाल कुंदन सिंह राणा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।