बसपा कार्यालय में हुुई मारपीट के मामले में पूर्व प्रदेश महासचिव सहित तीन निष्कासित
हरिद्वार। बसपा प्रदेश कार्यालय शिवालिक नगर में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट के बाद मंगलवार को पार्टी हाईकमान ने पूर्व प्रदेश महासचिव समेत तीन पदाधिकारियों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। जिलाध्यक्ष एसपी बावरा की ओर से निष्कासन का पत्र जारी किया गया है। उधर निष्कासित पदाधिकारियों का कहना है कि वह पार्टी के सच्चे सिपाही हैं। एक पूर्व विधायक और प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी की शह पर उनको पार्टी से निष्कासित किया गया है। जबकि उनकी कोई गलती नहीं थी। खुद उसी पदाधिकारी के इशारे पर पूरा हंगामा हुआ था। प्रदेश और जनपद के पदाधिकारियों ने प्रदेश प्रभारी के सामने ही ‘जिसकी जितनी गठरी भारी उतनी उसकी विधानसभा टिकट की दावेदारी के नारे लगाए थे। इस बात को लेकर कार्यकर्ता और प्रदेश पदाधिकारियों के बीच जमकर कहासुनी के बाद लात घूंसे और कुर्सियां चली थीं। जिलाध्यक्ष एसपी बावरा ने बताया कि झबरेड़ा से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी भागमल व पूर्व प्रदेश महासचिव पंकज सैनी और पूर्व जिला महासचिव मोनू राणा को पार्टी नीतियों के विरुद्ध चलना और अनुशासनहीनता के चलते निष्कासित कर दिया है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूर्व में भी दो पदाधिकारी निष्कासित कर दिए थे।कुछ समय पहले ही उनकी पार्टी में वापसी हुई थी। अब दोबारा उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।इससे पूर्व भी प्रदेश प्रभारी के स्वागत समारोह में बसपा नेताओं ने हुड़दंगबाजी दिखाई। कार्यकर्ताओं ने ही हंगामें का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। बसपा की बैठक में यह कोई पहला हंगामा नहीं है। एक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने तो विवाद के दौरान रिवाल्वर हाथ में लेकर लहरा दी थी।