ग्रामीण अंचल में छुपी प्रतिभाओं को निखारने का काम कर रही द विनिंग एज
हरिद्वार। सामाजिक दायित्वों का बढ़कृचढ़कर निर्वहन करने वाली संस्था द विनिंग एज ने एक बार फिर ग्रामीण अंचल में छुपी प्रतिभाओं को निखारने का काम किया है। लॉक डाउन् में एसओपी का पालन करते हुए संस्था ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए 18 छात्राओं को दक्ष किया तथा अब वह प्रमाणपत्र कोर्स पूर्ण करने के उपरान्त अपने पैरों पर खड़ी हो सकेंगी। द विनिंग एज सोसाइटी ने नवरात्र के अवसर पर मातृशक्ति को स्किल का तोहफा दिया है। इस अवसर पर संस्था द्वारा फेरूपुर में संचालित स्किल बिल्डिंग सेंटर ‘‘प्रतिभा‘‘ में जो वर्ष 2018 से सौन्दर्य व सिलाई के कोर्स संचालित कर रहा है में 18 छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किये। यह कार्य संस्था के सचिव आचार्य अमित आर्य के निर्देशन में केेन्द्र प्रभारी श्रीमती रीना सैनी के द्वारा संपन्न किया गया। इस अवसर पर संस्था की संस्थापक अध्यक्ष श्रीमती विभूति राज्यलक्ष्मी जनदेव ने प्रतिभागियों को वर्चुअली संबोधित किया। श्रीमती विभूति ने कहा कि संस्था दो दशकों से विभिन्न कार्यकलापों में संलग्न है। यह हमारा सौभाग्य है कि गांव के पिछड़े क्षेत्र से आने वाली छात्राओं को सशक्त करने का काम कर रहे हैं। इस अवसर पर अपने संबोधन में समाजसेवी श्रीमती सोनिया गर्ग ने सभी कोर्स पूरा करने वाली छात्राओं को बधाई दी। इस अवसर पर डॉ0 शिवा अग्रवाल एवं मंजू मेहता ने कहा कि संस्था इन छात्राओं को दक्ष करने के साथ ही रोजगार उपलब्ध कराने में भी सहयोग करेगी। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने अपने अपने अनुभव भी साझा किये तथा डैमो प्रदर्शित किया। इस अवसर पर श्रीमती पूजा वालिया ने भी बच्चों से संवाद किया तथा भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया। इस अवसर पर 18 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये। बताते दें कि इस स्किल सेंटर से अब तक 38 छात्राएं कोर्स पूर्ण कर चुकी हैं। इस अवसर पर श्रीमती रीना सैनी,डॉ0 कीर्ति शर्मा, दीपक आर्य, नव्या मेहता सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।