सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह रथयात्रा को विधायक ने हरी झण्डी दिखा कर किया रवाना

 


हरिद्वार। भाजपा विधायक सुरेश राठौर एवं जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट रोशनाबाद परिसर से आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह रथयात्रा का हरी झण्डी दिखा कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डे ने कहा कि स्वच्छता का प्रत्येक व्यक्ति के जीवन और समाज में कितना महत्व है, यह हम सभी जानते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से इसने जन आन्दोलन का रूप ले लिया है। उन्होंने कहा कि हम अपने घर-आंगन को स्वच्छ रखने के साथ-साथ स्वच्छता का महत्व एवं उसके लाभ भी अपने आस-पास के लोगों को बतायें। उन्होंने कहा कि हर घर में शौचालय एवं हर घर को नल से जल सरकार की प्राथमिकताओं में है। जिलाधिकारी ने कहा कि शौचालय होने से मलेरिया, डेंगू जैसे कई रोगों की रोकथाम भी हो जाती है। इसी तरह स्वच्छ जल भी बहुत आवश्यक है। उन्होंने जागरूकता रथों की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अच्छा प्रयास है तथा इस तरह के कार्यक्रम लगातार होते रहने चाहियें। उन्होंने इस अवसर पर लोगों से पाॅलीथीन का प्रयोग न करने की अपील भी की। वैक्सीनेशन का जिक्र करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि हमारा प्रयास जल्द से जल्द शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करना है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन की पहली डोज नहीं लगवाई है, वह जल्द से जल्द पहली डोज लगवा लें तथा जिन्होंने वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली है, वह दूसरी डोज भी समय से लगवा लें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसलिये हमें स्वयं को, परिवार को तथा समाज को कोविड-19 से सुरक्षा प्रदान करना है। इस अवसर पर विधायक सुरेश राठौर ने कहा कि हरिद्वार जनसंख्या घनत्व वाला जनपद है, जहां बहुत सारे ऐसे गांव हैं जहां स्वच्छता की अभी भी बहुत अधिक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के लिए प्रत्येक घर में शौचालय एवं शुद्ध पेयजल होना बहुत जरूरी है। समारोह में विधायक सुरेश राठौर, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गहरवार को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिह्न भेंटकर भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर परियोजना प्रबन्धक स्वजल आर0सी0 तिवारी, जिला पंचायतराज अधिकारी रमेश चन्द्र त्रिपाठी, सहायक परियोजना निदेशक सुश्री नलनीत घिल्डियाल आदि उपस्थित थे।