पीड़ित महिला ने राष्ट्रपति एवं राज्यपाल को पत्र भेजकर मांगी इच्छामृत्यु
हरिद्वार। ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर रसानंद की अपने आपको पत्नी बताने वाली महिला तेजेंद्र कौर ने एक अखाड़े के बड़े संत के साथ ही एक बड़े प्रॉपर्टी डीलर और व्यापारी नेता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होने इस मामले में कारवाई नही होने पर राष्ट्रपति और उत्तराखंड के राज्यपाल के साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु मांगी है। शनिवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए तेजेंद्र कौर ने कहा कि अखाड़े के बड़े पद पर बैठे एक संत महामंडलेश्वर रसानंद की संपत्तियों को अवैध रूप कब्जा कर से बेचते जा रहे हैं। तेजेंद्र कौर ने आरोप लगाते हुए कहा कि हरिद्वार के एक नामी संत ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ब्रह्मलीन रसानंद की संपत्ति अपने नाम करा ली थी। इसके बाद उन्होंने कमिश्नर के समक्ष मामला दर्ज कराया। मामले की सुनवाई के बाद कमिश्नर ने उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए खसरा खतौनी में पुनः स्वामी रसानंद का नाम दर्ज करने के आदेश दिए थे। आदेश के बाद खसरा खतौनी में स्वामी रसानंद का नाम दर्ज किया गया। लेकिन इसके बावजूद संत ने भूमाफियाओं व एक अधिकारी से मिलीभगत कर जमीन बेच दी। तेजेंद्र कौर ने आरोप लगाया कि वह पांच साल से न्याय के लिए भटक रही है। लेकिन कमिश्नर के आदेश के बावजूद आज संत के खिलाफ मुकद्मा दर्ज नहीं किया गया। पूरे मामले की सीबीआई जांच कर उन्हें न्याय दिया जाए। धोखाधड़ी करने वाले संत व उनके सहयोगियों के खिलाफ मुकद्मा दर्ज किया जाए, या फिर उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए। तथ्यों के साथ शिकायत के बावजूद पुलिस कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। कहा कि सरकार उनकी सहायता करे अन्यथा वह इच्छा मृत्यु के लिए मजबूर होंगी। सोमवार से देहरादून स्थित गांधी पार्क में अपने बच्चे के साथ धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। इससे पहले भी वे कई बार इस तरह के आरोप संत पर लगा चुकी हैं। उन्होंने प्रशासन और सरकार से अपील की है कि वे उनकी सहायता करें अन्यथा वह इच्छा मृत्यु के लिए मजबूर होंगी और इसके लिए वे राज्यपाल को एक पत्र भी लिखने जा रही हैं वहीं उन्होंने कहा कि वे अपने हक की मांग के लिए राज्यपाल के आवास के बाहर भी धरना देंगी और जब तक उन्हें उनका अधिकार नहीं मिल जाता है तब तक उनकी लड़ाई लगातार जारी रहेगी।