संतुलित पर्यावरण ही पृथ्वी पर एकमात्र जीवन के अस्तित्व का आधार

 हरिद्वार। युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने समस्त देशवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरेला पर्व सभी को पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रदान करता है। पर्यावरण पर मनुष्य ही नहीं बल्कि सभी जीव-जंतु पेड़-पौधे प्राकृतिक वनस्पतियां पूरी तरह निर्भर हैं। जिनके बिना मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। क्योंकि पर्यावरण ही पृथ्वी पर एकमात्र जीवन के अस्तित्व का आधार है। जो हमें स्वस्थ जीवन जीने के लिए शुद्ध जल एवं वायु प्रदान करता है। इसलिए सभी को मिलजुलकर पर्यावरण को हरा-भरा बनाने के लिए वृक्षारोपण अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक शांतिपूर्ण और स्वस्थ जीवन जीने के लिए स्वच्छ वातावरण बहुत जरूरी है। मानव और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक हैं। आजकल लोग भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहे हैं। जिसका बुरा असर मानव जीवन पर पड़ रहा है। यदि समय रहते पर्यावरण को बचाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए तो मानव जीवन का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने चाहिए और पेड़ों की कटाई पर सरकार को पूरी तरह रोक लगानी चाहिए। यदि हम सब इन सब बातों पर गौर करेंगे और पर्यावरण को साफ सुथरा बनाने में अपना सहयोग करेंगे तभी एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो सकेगा। स्वामी रवि देव शास्त्री महाराज ने कहा कि उत्तराखंड का प्राकृतिक परिवेश पेड़ पौधों से हरा भरा एवं सुंदरता से परिपूर्ण है। जिसका लाभ उत्तराखंड वासियों को प्राप्त हो रहा है। इस प्राकृतिक संपदा की रक्षा करना सभी का दायित्व है।