हरिद्वार। कुपोषण मुक्त जनपद नई पहल पायलट परियोजना का शुभारम्भ विधायक आदेश चैहान ने जिलाधिकारी संग किया। शनिवार को बहादराबाद विकास खण्ड के ग्राम सभा आनेकी से अभियान का शुभारम्भ करते हुए विधायक आदेश चैहान ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चिह्नित अति कुपोषित एवं कुपोषित बच्चों के पोषण व स्वास्थ्य सुधार हेतु एक पायलट परियोजना शुरू किया गया है। इसके अन्तर्गत विकास खण्ड बहादराबाद के 11 गांवों के चिह्नित अतिकुपोषित एवं कुपोषित बच्चों को पोषण परामर्श, चिकित्सीय जांच, आहार चार्ट, पीने के साफ पानी का इस्तेमाल, घरेलू साफ-सफाई, वजन व ऊंचाई की जांच, बच्चों में बीमारी के लक्षण की पहचान आदि कुपोषण प्रबन्धन की सेवायें इन गांवों के घर-घर जाकर दी जायेंगी। विधायक ने बताया कि इस गांव में 23 बच्चे कुपोषण का शिकार पाये गये हैं। हमारी स्वास्थ्य विभाग की टीम इनकी पूरी जांच करेगी तथा इनमें क्या कमी है, उसका पता लगायेगी तथा इन बच्चों को किस तरह के पोषण की जरूरत है, उस अनुसार योजना बनाकर इन्हें कुपोषण से बाहर लाया जायेगा। जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने बताया कि कुपोषण प्रबन्धन के इस प्रयास में महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग के साथ ही पहली बार होम्योपैथिक विभाग की सेवायें भी ली रही हैं। उन्होंने कहा कि प्लान इण्डिया संस्था इस कार्यक्रम के सुचारू संचालन हेतु तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि इसका समय-समय पर आकलन किया जायेगा तत्पश्चात बहुत जल्द ही इस पायलट प्रोजेक्ट को जनपद हरिद्वार के बाकी विकासखण्डों में लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस पुनीत कार्य में जिला प्रशासन को कई स्वयंसेवी संस्थाओं का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों में कुपोषण को दूर करने का यह प्रयास कुपोषण मुक्त हरिद्वार बनाने में एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक महिला व बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। इसके लिये उन्हें चल रही योजनाओं की भी जानकारी होनी चाहिये। सी0 रविशंकर ने कहा कि कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर में बच्चों पर असर पड़ने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है। ऐसे में महिलाओं से अनुरोध है कि वे शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करायें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये कि वे यहां कैम्प लगाकर शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करायें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि वे यहां अटल आयुष्मान योजना के सभी के कार्ड 10 अगस्त तक बनवाना सुनिश्चित करें। इस दौरान विधायक एवं जिलाधिकारी ने कुपोषित बच्चों को ऊर्जा पाउडर तथा स्वास्थ्य किट भी उपलब्ध कराये। इससे पूर्व विधायक आदेश चैहान एवं जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने पोषण स्टाल का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस स्टाल में सभी प्रकार की सब्जियां, फल, अण्डे, ड्राई फू्रट आदि का प्रदर्शन किया गया था। कार्यक्रम में नन्दा गौरा योजना, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के सम्बन्ध में उपस्थित जन-समुदाय को विस्तृत जानकारी दी गयी। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेन्द्र सिंह, जिला हौम्योपैथी अधिकारी डाॅ0 विकास ठाकुर,सुश्री सुलेखा सहगल, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सुश्री गीता शर्मा, सुपर वाइजर, प्लान इण्डिया के प्रतिनिधि रामकुमार तथा बड़ी संख्या में गांव के बच्चे, महिलायें आदि उपस्थित थे।
अतिकुपोषित एवं कुपोषित बच्चों को पोषण देने के लिए पायलट परियोजना का शुभारम्भ
हरिद्वार। कुपोषण मुक्त जनपद नई पहल पायलट परियोजना का शुभारम्भ विधायक आदेश चैहान ने जिलाधिकारी संग किया। शनिवार को बहादराबाद विकास खण्ड के ग्राम सभा आनेकी से अभियान का शुभारम्भ करते हुए विधायक आदेश चैहान ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चिह्नित अति कुपोषित एवं कुपोषित बच्चों के पोषण व स्वास्थ्य सुधार हेतु एक पायलट परियोजना शुरू किया गया है। इसके अन्तर्गत विकास खण्ड बहादराबाद के 11 गांवों के चिह्नित अतिकुपोषित एवं कुपोषित बच्चों को पोषण परामर्श, चिकित्सीय जांच, आहार चार्ट, पीने के साफ पानी का इस्तेमाल, घरेलू साफ-सफाई, वजन व ऊंचाई की जांच, बच्चों में बीमारी के लक्षण की पहचान आदि कुपोषण प्रबन्धन की सेवायें इन गांवों के घर-घर जाकर दी जायेंगी। विधायक ने बताया कि इस गांव में 23 बच्चे कुपोषण का शिकार पाये गये हैं। हमारी स्वास्थ्य विभाग की टीम इनकी पूरी जांच करेगी तथा इनमें क्या कमी है, उसका पता लगायेगी तथा इन बच्चों को किस तरह के पोषण की जरूरत है, उस अनुसार योजना बनाकर इन्हें कुपोषण से बाहर लाया जायेगा। जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने बताया कि कुपोषण प्रबन्धन के इस प्रयास में महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग के साथ ही पहली बार होम्योपैथिक विभाग की सेवायें भी ली रही हैं। उन्होंने कहा कि प्लान इण्डिया संस्था इस कार्यक्रम के सुचारू संचालन हेतु तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि इसका समय-समय पर आकलन किया जायेगा तत्पश्चात बहुत जल्द ही इस पायलट प्रोजेक्ट को जनपद हरिद्वार के बाकी विकासखण्डों में लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस पुनीत कार्य में जिला प्रशासन को कई स्वयंसेवी संस्थाओं का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों में कुपोषण को दूर करने का यह प्रयास कुपोषण मुक्त हरिद्वार बनाने में एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक महिला व बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। इसके लिये उन्हें चल रही योजनाओं की भी जानकारी होनी चाहिये। सी0 रविशंकर ने कहा कि कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर में बच्चों पर असर पड़ने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है। ऐसे में महिलाओं से अनुरोध है कि वे शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करायें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये कि वे यहां कैम्प लगाकर शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करायें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि वे यहां अटल आयुष्मान योजना के सभी के कार्ड 10 अगस्त तक बनवाना सुनिश्चित करें। इस दौरान विधायक एवं जिलाधिकारी ने कुपोषित बच्चों को ऊर्जा पाउडर तथा स्वास्थ्य किट भी उपलब्ध कराये। इससे पूर्व विधायक आदेश चैहान एवं जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने पोषण स्टाल का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस स्टाल में सभी प्रकार की सब्जियां, फल, अण्डे, ड्राई फू्रट आदि का प्रदर्शन किया गया था। कार्यक्रम में नन्दा गौरा योजना, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के सम्बन्ध में उपस्थित जन-समुदाय को विस्तृत जानकारी दी गयी। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेन्द्र सिंह, जिला हौम्योपैथी अधिकारी डाॅ0 विकास ठाकुर,सुश्री सुलेखा सहगल, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सुश्री गीता शर्मा, सुपर वाइजर, प्लान इण्डिया के प्रतिनिधि रामकुमार तथा बड़ी संख्या में गांव के बच्चे, महिलायें आदि उपस्थित थे।