चारधाम यात्रा प्रारम्भ नही करने पर दी आंदोलन की चेतावनी
हरिद्वार। ट्रैवल एसोसिएशन अध्यक्ष उमेश पालीवाल का कहना है कि चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ने सही ढंग से पैरवी की होती तो यात्रा कभी की शुरू हो गई होती। सरकार की लापरवाही के कारण चारधाम यात्रा से जुड़े कारोबारियों को बहुत नुकसान हुआ है। यह बात पालीवाल ने शुक्रवार को मकरवाहिनी ट्रैवल्स पर आयोजित बैठक में कही। कहा कि जल्द ही सरकार को नीति बना कर यात्रा खोलने को लेकर मजबूत पैरवी करनी चाहिए अन्यथा एसोसिएशन सड़क से सदन तक बड़ा आंदोलन सरकार के खिलाफ करेगी। उमेश पालीवाल ने कहा कि कोर्ट द्वारा चारधाम यात्रा पर रोक लगने से पर्यटन व्यवसायी के लिए चिंता का विषय है। कारोबारी कोर्ट का सम्मान करते हैं पर सरकार द्वारा पूर्व में ही अगर सही पैरवी की गई होती व कोविड नियमों के अनुसार व एक दिन कुछ सौ लोगों को ही धाम के दर्शन की बात रखते हुए योजना बनाई जाती। तो शायद आज चारधाम यात्रा भी खुली होती। लेकिन उत्तराखंड सरकार द्वारा सही पैरवी नहीं करने का खामियाजा उत्तराखंड के समस्त पर्यटन से जुड़े व्यवसायी को उठाना पड़ रहा है। एसोसिएशन के महामंत्री सुमित श्रीकुंज ने कहा कि सितंबर 2019 में रेलवे का कार्य शुरू हुआ। जिस कारण रेल यातायात बाधित रहा व हरिद्वार में पर्यटकों का आना बंद हो गया था। उसके बाद से कोरोना महामारी के कारण चारधाम यात्रा बंद रही। अब लगभग दो साल होने जा रहे हैं। काफी गाडि़यां दो साल से एक ही जगह खड़ी हैं। ट्रैवल व्यवसायी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिसके आगे आज रोजी रोटी का संकट खड़ा हुआ है। सरकार ने कुछ लोगों को राहत राशि देने की बात कही है वो भी अभी तक नहीं मिली। सरकार को सभी व्यावसायियों के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार दो वर्ष का सभी गाडि़यों का टैक्स माफ करे व गाडि़यों के दो साल के इंश्योरेंस में 50 फीसदी की छूट दे। जिसका लाभ सभी छोटे बड़े व्यावसायियों तक मिलेगा। संरक्षक भगवत शर्मा ने कहा कि सरकार को पर्यटन से जुड़े व्यावसायियों के साथ ही उन गरीब चालकों के विषय में भी विचार करना चाहिए। अभी तक सरकार द्वारा कोई राहत नहीं दी गयी है। बैठक में गोपाल छिब्बर, आशीष पंत, दीपक धनवानी, निर्मल ढिल्लन, सूरज शर्मा, उमेश गॉड, अभिनव शर्मा, विवेक गुप्ता, सचिन पराशर आदि व्यावसायी उपस्थित रहे।