रामलीला समिति के पदाधिकारियों ने एसएसपी से की भाजपा नेता की शिकायत
हरिद्वार। मायापुर रामलीला रंगमंच समिति के चंदे को लेकर दर्ज हुए धोखाधड़ी के मुकदमे के बाद अब भाजपा नेता के खिलाफ पदाधिकारियों ने एसएसपी को शिकायत की है। आरोप लगाया है कि भाजपा नेता ने संस्था को रामलीला कराने के बाद हिसाब नहीं दिया। रामलीला के चंदे को लेकर लाखों की धोखाधड़ी के मामले में दूसरे पक्ष ने भी शिकायत की है। तीन दिन पहले भाजपा नेता भोला शर्मा ने पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रदीप चैधरी, रामलीला रंगमंच समिति मायापुर के अध्यक्ष पवन अग्रवाल और महामंत्री सदन लाल साहू पर मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि पदाधिकारियों ने वर्ष 2005 से कोई हिसाब नहीं दिया और लाखों की ठगी की है। डुप्लीकेट रसीद बनाकर ऐसा किया गया है। शुक्रवार को रामलीला रंगमंच समिति के महामंत्री सदन लाल साहू ने एसएसपी को शिकायत देकर आरोप लगाया है कि 11 अक्तूबर वर्ष 2020 को भोला शर्मा पुत्र विष्णुकुमार शर्मा निवासी निरंजनी अखाड़ा हरिद्वार ने रामलीला कराने के लिए समिति से अनुमति मांगी थी। आरोप है कि इसके लिए 7 रसीद बुक भी इनको दी थी। जिससे उन्होंने चंदा एकत्रित किया। आरोप है कि भोला शर्मा ने डुप्लीकेट रसीद छपवाकर फर्जीवाड़ा कर धोखाधड़ी की है। आरोप लगाया कि समिति को भोला शर्मा ने कोई हिसाब नहीं दिया है और न ही संस्था के खाते में रुपये जमा कराए हैं। उधर भाजपा नेता भोला शर्मा का कहना है कि आरोप निराधार है। उनकी ओर से पहले मुकदमा दर्ज कराया गया था। बचाव के लिए पदाधिकारी झूठी शिकायतें कर रहे है। भाजपा नेता भोला शर्मा ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि वह जनहित की मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं। कहा कि मेरा किसी से कोई व्यक्तिगत द्वेष नहीं है। भगवान राम के आयोजन को लेकर होने वाला कार्य पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ होना चाहिए। बौखलाहट में मेरे खिलाफ जो झूठी शिकायतें दी गई है वे निराधार हैं। पुलिस जांच में सब सच सामने आ जाएगा। रामलीला कराने की अनुमति अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने ली थी।