भेल मजदूर ट्रेड यूनियन ने स्थापना दिवस मनाया
हरिद्वार। भेल मजदूर ट्रेड यूनियन ने सोमवार को 11वां स्थापना दिवस मनाया। यूनियन के अध्यक्ष राज किशोर ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने 7 साल के कार्यकाल में 63 सालों के पूर्ववर्ती सरकारों को पीछे छोड़ते हुए देश के कॉर्पोरेट घरानों के मुनाफे को बढ़ाने के लिए सार्वजनिक उपक्रमों और संस्थानों का निजीकरण करके 1.75 हजार करोड़ रुपये का विनिवेश का लक्ष्य 2021 में रखा है। जबकि बड़े उद्योगपतियों का एनपीए का करीब 10 लाख करोड़ का कर्जा माफ किया है। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर राजद्रोह के मुकदमे लगा दिए जा रहे हैं। लेकिन स्वयं केंद्र सरकार सार्वजनिक संपत्ति व संस्थानों को बेच रही है तो उन पर भी राजद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए। यूनियन के महामंत्री अवधेश कुमार ने कहा कि नये श्रम संहिताओं में मोदी सरकार ने ट्रेड यूनियन अधिकारों पर हमला बोला है। 51 फीसदी मजदूरों के समर्थन वाली यूनियन को ही एकमात्र वास्तविक यूनियन का प्राधिकार होगा। एकमात्र वास्तविक यूनियन के अभाव में संस्थानों में समझौता परिषद के गठन का प्रस्ताव है। लेकिन इस परिषद की सदस्य वही यूनियन हो सकती है जिसके उस संस्थान में कम से कम 20 फीसदी मजदूर सदस्य होंगे। यह श्रम संहिता मजदूरों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है। यूनियन के उपाध्यक्ष नीशू कुमार, मंत्री अरविंद कुमार और इंकलाबी मजदूर केंद्र के हरिद्वार प्रभारी पंकज कुमार ने भी केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। इस अवसर पर राजकिशोर, सत्यवीर सिंह, अरविंद कुमार, रविंद्र कुमार, राजीव कुमार, ब्रजराज सिंह, मेहराज अली, हरीश और रंजना आदि शामिल रहे।