समस्त जगत की पालनहार है मां गंगा-श्रीमहंत राजेंद्रदास

 हरिद्वार। निर्जला एकादशी के अवसर पर बैरागी कैंप स्थित अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े में हवन यज्ञ कर विश्व कल्याण की कामना और गंगा घाट पर आरती कर कोरोना महामारी समाप्त हो इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि मां गंगा जगत की पालनहार है। जो युगों युगों से मानव जाति को मोक्ष प्रदान करती चली आ रही है। गंगा पूजन और निर्जला एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को सहस्त्र गुना पुण्य फल की प्राप्ति होती है। एकादशी का पुण्य समस्त तीर्थों एवं दान से अधिक है। केवल 1 दिन निर्जल रहने से मनुष्य पापों से मुक्त हो जाता है और उसके बैकुंठ का मार्ग प्रशस्त होता है।  महंत रामजी दास महाराज ने कहा कि जब जब देश पर कोई भी विपत्ती आई है, तो संतो ने अग्रणी भूमिका निभाकर उसका सामना किया है। देवभूमि उत्तराखंड की पावन भूमि पर संत महापुरुषों द्वारा किए गए धार्मिक अनुष्ठान पूरे विश्व में धार्मिक ऊर्जा का सकारात्मक संचार करते हैं और वैष्णव संतो की परंपराएं विश्व विख्यात हैं। जो जगत में राम नाम का प्रचार कर भावी पीढ़ी को संस्कारवान बना रहे हैं। इस अवसर पर महंत हितेशदास, महंत रामजीदास, संत सेवकदास, महंत अगस्त दास, महंत संगमपुरी, महंत शिवनाथ दास, महंत सतनाम दास, महंत बिहारी शरण, महंत सूरजदास, महंत धीरेंद्र पुरी, महंत रघुवीर दास, समाज सेवी ओंकार जैन आदि मौजूद रहे।