गंगा दशहरा,निर्जला एकादशी पर गंगा स्नान संाकेतिक,यात्रियों के प्रवेश पर रोक

 हरिद्वार। गंगा दहशरा और निर्जला एकादशी के स्नान को लेकर पुलिस प्रशासन ने निर्णय लिया है कि 21 जून तक सीमाओं से यात्रियों की एंट्री नहीं होगी। उत्तराखंड के देहरादून और पहाड़ी जिलों में जाने वालों को 72 घंटे भीतर की आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। इसके बाद ही लोगों को हरिद्वार से उत्तराखंड की सीमा में प्रवेश दिया जाएगा। हरिद्वार पुलिस ने इन तीन दिनों तक हरिद्वार न आने की यात्रियों से अपील की है। हरिद्वार में होने वाले 20 जून के गंगा दशहरा और 21 जून को होने वाले निर्जला एकादशी स्नान को प्रशासन की ओर से सांकेतिक कराने का निर्णय लिया गया है। जिस कारण हरिद्वार पुलिस ने यात्रियों से 20 और 21 जून को हरिद्वार न आने की अपील की है। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने अतिरिक्त फोर्स को तैनात कर दिया है। सीमा पर तैनात पुलिसकर्मी उत्तराखंड की सीमा से एंट्री करने वाले प्रत्यके लोगों से जानकारी लेने के बाद ही हरिद्वार में प्रवेश करने देंगे। पहाड़ी राज्यों में जाने वाले लोगों को 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लानी अनिवार्य है। इस संबंध में देर रात को पुलिस की ओर से एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय और प्रशासन की ओर से एसडीएम गोपाल सिंह चैहान ने श्रीगंगा सभा के पदाधिकारी के साथ बैठक भी की। इन दो दिनों में हरकी पैड़ी पर तीर्थ पुरोहितों को पूजा अर्चना की छूट दी जाएगी। अस्थि विसर्जन को आने वाले यात्रियों को कोई रोकटोक नहीं होगी। हरकी पैड़ी और अन्य घाटों पर सांकेतिक स्नान का फैसला लेने के बाद हरकी पैड़ी पर पीएसी तैनात की जाएगी। इसके साथ ही आसपास के थाने और कोतवाली के अलावा हरकी पैड़ी और शहर कोतवाली पुलिस की ड्यूटियां लगाई जाएगी। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज ने 20 और 21 जून को यात्रियों से हरिद्वार न आने की अपील की है। उन्होंने बताया कि स्नान सांकेतिक कराने का निर्णय लिया गया है। यात्रियों के लिए सीमाओं को सील किया गया है।