अलविदा जुमे को कुदस दिवस के रूप में मनाया

 हरिद्वार। अन्जुमन फरोग ए अजा हरिद्वार के अध्यक्ष हैदर नकवी के नेतृत्व में अलीविदा जुमा कुदस दिवस के रूप में मनाया गया और मस्जिद ए अक्सा और इजराइल से फलीस्तीन की आजादी को लेकर किया गया एहतेजाज । हैदर नकवी ने बताया के ईरान में सन 1979 में हजरत आयतुल्लाह इमाम खुमैनी साहब ने यह एलान किया था कि माहे रमजान के अलविदा जुमे को सारी दुनिया ’कुद्स दिवस’ की शक्ल में मनाएं। दरअसल कुद्स का सीधा राब्ता मुसलमानों के किब्ला ए अव्वल बैतूल मुकद्दस यानी मस्जिदे अक्सा जो कि फिलिस्तीन में है। उसपर इस्राईल ने में नाजायज कब्जा कर लिया था जो आज तक कायम है। इमाम खुमैनी साहब ने नाजायज इस्राईली हुकूमत के मुकाबले में बैतूल मुकद्दस की आजादी के लिए माहे रमजान के आखिरी अलविदा जुमे को ’यौमे कुद्स’ का नाम दिया। 1979 में इमाम खुमैनी साहब के इसी एलान के बाद से आज तक न सिर्फ भारत बल्कि सारी दुनिया के तमाम मुल्कों में जहां जहां भी मुसलमान रहते है, वह माहे रमजान के अलविदा जुमे को मस्जिदे अक्सा और फिलिस्तीनियों की आजादी के लिए एहतजाज करते हैं और रैलियां निकालते हैं। आज तक फिलिस्तीनी अपनी आजादी के लिए लड़ रहे हैं और जद्दोजहद कर रहे हैं। इस्राईल अपनी भरपूर ताकत से उनको कुचलता आ रहा है, जब हम अपने घर में पुर सुकून होकर रहते हैं। उस वक्त फिलिस्तीन में हजारों मुसलमान इस्राईली हुकूमत का  निशाना बनते हैं। उनके के ऊपर जुल्म किया जाता है और यह सब आज तक जारी है और इस जुल्म पर सारी दुनिया के मुमालिक खामोश हैं। इसी जुल्म के खिलाफ आज इमाम बाड़ा अहबाब नगर में अलविदा जुमे को कुद्स दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान फिरोज जैदी, एहतेशाम, जाफर, आफताब, सालिम फिरोज जैदी,एहतेशाम अब्बास ,जहूर हसन, जाफर हुसैन अब्बास,आफताब, सालिम,अली हसन,ऐजाज, अलीरजा,बिलालरजा,हुसैन हैदर,इकबाल,अंसार,जफर, मोहम्मदब,जमा, सज्जाद, अनवार हुसैन, जोनी आदि  मौजूद रहे।