तीन दिन से लापता दोनो मासूम का शव कार से बरामद,मौके पर पहुची पुलिस जांच में जुटी
हरिद्वार। कोतवाली रानीपुर क्षेत्रान्गर्त सलेमपुर से तीन दिन से लापता चल रहे दो मासूम बच्चों के शव रविवार की देर रात संदिग्ध हालत में पड़ोसी की कार में बंद मिले। चूंकि बच्चों के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं, इसलिए प्रथमदृष्टया हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहने की बात कर रही है। सूचना मिलते ही पुलिस के कई अधिकारी मौके पर पहुचकर ममाले की छानबीन में जुट गये। बताया जाता है कि कार घर के पास ही बने गैराज में खड़ी थी। बताते चले कि कोतवाली रानीपुर क्षेत्र के सलेमपुर निवासी दो भाई फैजान का सात साल का बेटा फरहान और कुरबान का पांच साल का बेटा अरहान शुक्रवार दोपहर अपने घर के बाहर खेल रहे थे। उसी दौरान दोनो बच्चा अचानक लापता हो गए। परिजनों द्वारा अपने स्तर से तलाश करने के बाद भी सुराग नही मिलने पर परिवार वालों ने दोनो बच्चो की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस और स्वजन तभी से बच्चों की तलाश में जुटे हुए थे। बीते रविवार देर रात घर के पास कई साल से खराब खड़ी पड़ोसी रिहान की कार से दुर्गंध आने पर ग्रामीणों को शक हुआ। कार की खिड़की खोलने पर संदिग्ध परिस्थितियों में दोनों बच्चों के शव मिले। इससे गांव में सनसनी फैल गई और मौके पर हुजूम इकट्ठा हो गया। सूचना मिलते ही मौके पर एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ पूर्णिमा गर्ग, इंस्पेक्टर रानीपुर कुंदन सिंह राणा मौके पर पहुंचे और शवों को बाहर निकलवाया। एसओजी प्रभारी रणजीत सिंह तोमर ने भी अपनी टीम के साथ पड़ताल की। शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि गाड़ी करीब डेढ़ साल से बंद खड़ी थी। वहीं, बच्चों के शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं। इसलिए प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस रंजिश के एंगल पर भी काम कर रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने बताया कि लापता दोनों बच्चों के शव पड़ोस में एक कार से मिले हैं। हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है। पुलिस को पूरे मामले पर करीबियों की भूमिका पर शक है। परिवार वालों का कहना है कि दोनों बच्चे काफी होशियार थे, उनका किसी अनजान के साथ चले जाने का सवाल ही नहीं उठता है। कार लगभग डेढ़ साल से खराब खड़ी हुई थी और उनके शव कार के पिछले हिस्से में मिले हैं, इसलिए हत्या की आशंका बलवती हो रही है।बच्चों की तलाश में चार पुलिस टीमें गठित की गई थी। एसओजी को भी बच्चों की तलाश में लगाया था। ग्रामीणों से पुलिस को पता चला कि शुक्रवार के दिन सलेमपुर में जिले के दो अलग-अलग गांवों से दो बारात आई हुई थी। पुलिस ने उन गांवों में जाकर भी बच्चों का पता किया है, पर कुछ पता नहीं चल पाया। देर रात अचानक बच्चों के शव बरामद होने की सूचना पर पूरा गांव मौके पर जमा हो गया।