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निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने मुख्यमंत्री को सौंपा 50 लाख का चेक
हरिद्वार। श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और श्री पंचायती अखाडा निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को उनके देहरादून स्थिति कैम्प कार्यालय में कोविड से लङाई में सहयोग के लिए 50 लाख रुपए का चेक भेंट किया। वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष में निरंतर सहयोग कर रहे श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने फिर पिछले साल केंद्र और राज्य सरकार को ढाई करोड़ से ज्यादा धनराशि दान की थी। पिछले साल किए गए लाॅकडाउन के दौरान उनके द्वारा में चरण पादुका में महीनों तक सेवा शिविर का संचालन कर जरूरतमंदों को भोजन वितरण के अलावा हरिद्वार जिले के सभी तहसील और ब्लॉक में उनकी और से जरूरतमंदों को निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया गया था। मुख्यमंत्री की अपील पर श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज देहरादून मुख्यमंत्री के शिविर कार्यालय पहुंचे और श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट की ओर से 50 लाख रुपए का चेक मुख्यमंत्री को प्रदान किया।मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने श्रीमहंत रविंद्रपुरी का आभार जताते हुए कहा कि कोविड के खिलाफ जंग में संत समाज का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण है। सभी मिलकर कोविड से लङाई में अवश्य जीत हासिल करेंगे। मुख्यमंत्री ने श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज को महामानव की संज्ञा देते हुए कहा कि वह महान दानवीर हैं और उन्होंने एक संत की परिभाषा को धरातल पर उतारा है। श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि संतों का जीवन मानव कल्याण के लिए होता है। जब भी देश पर किसी तरह की विपत्ति आयी है तो संत समाज ने हमेशा आगे बढ़कर सहयोग किया है। श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट और श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा हमेशा विपत्ति काल में राष्ट्र के साथ खड़ा रहा है और आगे भी खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि मैंने एक संत के दायित्व और कर्तव्यों का निर्वहन किया है। इस समय देश और दुनिया विपत्ति से घिरी हुई है ऐसे समय में संत समाज का कर्तव्य मानव सेवा करना है। इस दौरान अपर जिलाधिकारी और एमडीडीए के सचिव सरदार हरवीर सिंह भी मौजूद थे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री शिविर कार्यालय पहुंचने पर श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज का मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, अपर मेला अधिकारी कुंभ हरबीर सिंह व उपस्थित अन्य आला अधिकारियों ने स्वागत किया।