भारतीय संस्कृति की धरोहर है कुंभ मेला-महंत मोहनदास खाकी

 हरिद्वार। अखिल भारतीय श्रीपंच रामानंदीय खाकी अखाड़े के महंत मोहनदास खाकी महाराज ने कहा है कि देश दुनिया में धर्म का प्रचार प्रसार करने में संत महापुरुषों की अहम भूमिका है और वैष्णव संत अपनी परंपराओं के साथ पूरे विश्व में एक अलग स्थान रखते हैं। बैरागी कैंप स्थित खाकी अखाड़े में श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए महंत मोहन दास खाकी महाराज ने कहा कि कुंभ मेला भारतीय संस्कृति की धरोहर है। जो सनातन धर्म एवं संस्कृति की पताका को पूरे विश्व में फहराता है। कुंभ मेले के दौरान देश दुनिया से आए श्रद्धालु भक्त संतों का आशीर्वाद प्राप्त कर स्वयं को धन्य करते हैं और पतित पावनी मां गंगा में डुबकी लगाकर अपने कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पूरा विश्व कोरोना महामारी से त्रस्त है। ऐसे में सभी को एकजुट होकर कोरोना महामारी को हराना है। केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। कुंभ मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालु भक्त कोरोना नियमों का पालन अवश्य करें। क्योंकि अपनी जान की रक्षा करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि संत महापुरुषों द्वारा किए गए धार्मिक अनुष्ठान निश्चित तौर पर ही पूरे विश्व को लाभान्वित करते हैं। संत महापुरुषों के तपोबल और मां गंगा के आशीर्वाद से जल्द ही कोरोना महामारी पूरे विश्व से समाप्त होगी और विश्व खुशहाली की और लौटेगा। परंतु जब तक संक्रमण का खतरा टल नहीं जाता तब तक प्रत्येक व्यक्ति को सतर्कता बरतते हुए कोरोना गाइडलाइन का पालन करना चाहिए और घर बैठे ही कुंभ दर्शन के लाभ लेने चाहिए। इस अवसर पर महंत शत्रुघ्न दास श्रीमहंत रास बिहारी दास, श्रीमहंत फूलडोल दास, महंत दयाल दास, महंत राम मनोहर दास, मस्तराम बाबा, महंत लक्ष्मण दास, महंत घनश्याम दास, महंत रमेश दास, महंत नरहरिदास, महंत मोहन दास खाकी, महंत भगवान दास खाकी, महंत रामजी दास, महंत रामशरण दास, महंत गौरी शंकर दास, महंत मनीष दास, महंत रामदास, महंत नरेंद्र दास, महंत महेश दास, महंत राघवेंद्र दास सहित बड़ी संख्या मे संत महंत उपस्थित रहे।