कुम्भ मेले की अव्यवस्थाओं की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करायी जाये-किशोर उपाधाय

 हरिद्वार। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि इस कुम्भ में जिस प्रकार की अव्यवस्था है,वैसे पूर्व के कुम्भ में कभी नही थी। उन्होने कहा कि अमानत में खयानत करने वालों को गंगा कभी माफ नही करेगी। कहा कि भाजपा मानती है कि प्रदेश के पूर्व सीएम अव्यवस्था फैला रहे थे, इसी कारण एकाएक उन्हें हटाकर दूसरा सीएम बनाया गया। किशोर उपाध्याय ने कुंभ की अव्यवस्थाओं की जांच हाईकोर्ट के जज से कराने तथा प्रदेश सरकार से श्वेतपत्र जारी कर अपना पक्ष साफ करने की मांग की। सोमवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि कुंभ में इस बार भ्रष्टाचार चरम पर है। मेला अंतिम चरण में है और इस समय सिर्फ पैसों की बंदरबांट के लिए सरकार ने 325 करोड़ रुपये जारी कर दिए। इतने कम समय में सिर्फ पैसा ठिकाने लगाने के लिए यह पैसा जारी किया गया है। सरकार को यह साफ करना चाहिए कि कुंभ मेले में किस संत को कितना पैसा दिया। केन्द्र में जब 2010 में यूपीएनीत कांग्रेस की सरकार थी तो केन्द्र सरकार ने 2010 में 745 करोड़ कुंभ के लिए दिए थे और डबल इंजन की सरकार ने 405 करोड़ रुपये दिए। उसमें भी बंदरबांट की जा रही है। किशोर ने कहा कि उत्तराखंड का रोजगार बीते 1 साल में बिल्कुल खत्म हो गया है। अब जब दोबारा यात्रा शुरू होने जा रही है तो सरकार एक बार फिर कोरोना का बहाना बनाकर प्रदेश के लोगों की पेट पर लात मारने का काम कर रही है। श्रद्धालुओं को बॉर्डर से ही लौटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे अब सभी संतों से मिलकर गंगा, उत्तराखंडी और वनाधिकार बचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार पर दबाव बनाने का आग्रह करेंगे। प्रेस वार्ता में पूर्व महानगर अध्यक्ष अंशुल श्रीकुंज, डॉ संतोष चैहान, विभाष मिश्रा, सुमित तिवारी, मकबूल कुरैशी, नितिन कौशिक, जगपाल सैनी, बलराम राठौर, अनीस कुरैशी, अशरफ अब्बासी आदि उपस्थित थे।