जनपद में कोरोना संक्रमितो का बढ़ना जारी 401 नये मरीजों की पहचान

 हरिद्वार। कुम्भ मेले की रौनक के बीच कोरोना संक्रमण के तेजी से फेलने का सिलसिला जारी है। रविवार को जिले में कोरोना मरीजों ने एक बार फिर इस साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए। रविवार को जनपद में कोरोना के 401 संक्रमित नए मरीज सामने आए। जनपद की सीमा, के साथ मेला अस्पताल में कुल 16039 लोगों के कोविड टेस्ट किये गए। जिला स्वास्थय विभाग ने जनपद के विभिन जांच केंद्रों पर 23394 लोगों का कोविड सैम्पल जांच के लिए भेजे हैं। सीसीसी में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़कर 255, जबकि डीसीएचसी अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 96 तथा डीसीएच अस्पताल में 44 लोग भर्ती किये गए हैं। होम आइसोलेट किये गए मरीजों की संख्या 411 दर्ज की गई है। रविवार को जिले में 802 एक्टिव केस थे। जनपद में अब तक 16688 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। रविवार को 23 लोग कोरोना से जंग जीतकर होम आइसोलेशन से अवमुक्त कर दिए गए। वहीं हरिद्वार बॉर्डर पर कुल 16 039 लोगों का कोरोना रेपिड व आरटीपीसीआर टेस्ट किये गए, जिसमें से 13 हजार 958 लोग नेगेटिव जबकि 28 लोग पॉजिटिव दर्ज किए गए। बॉर्डर पर रिपोर्ट न लाने वाले 5900 से अधिक यात्रियों को वापस लौटा दिया गया। सीएमओ डॉ एसके झा ने बताया कि जनपद में अबतक 8 लाख 45 हजार 193 लोगों के सेम्पल जांच के लिए भेजे गए हैं जिनमें से 8 लाख 31 हजार 929 लोगों की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। 13 हजार 247 लोगों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष कोरोना पाॅजिटिव, अखाडे में सेनेटाइजेशन का कार्य तेजी
हरिद्वार। शाही स्नान से एक दिन पहले अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी कोरोना की चपेट में आ गए। उन्हें निरंजनी अखाड़े में ही आईसोलेट किया गया है। इसके अलावा जूना अखाड़े के भी कुछ संत कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं, रविवार दोपहर को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी नरेंद्र गिरी से मुलाकात की थी। स्वास्थ्य विभाग कि रिपोर्ट के मुताबिक निरंजनी और जूना अखाड़े में छह संत कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। शाही स्नान से पहले सामने आई रिपोर्ट से मेला स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग ने आनन-फानन में इन संतों के संपर्क में आये 40 संतों का कोरोना टेस्ट कर सैपल जांच को भेज दिए हैं। साथ ही इन संतों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है। मेलाधिकारी स्वास्थ्य डॉ एएस सेंगर का कहना है कि इस समय संतों का कोरोना संक्रमित आना खतरे की बात है। यही कारण है कि रविवार सुबह से ही अखाडे में सेनेटाइजेशन का कार्य तेजी के साथ शुरू करा दिया गया है। साथ ही कोरोना पॉजिटिव संतों के संपर्क में आये सभी लोगों से भी अपील की जा रही है कि वे जल्द से जल्द अपना कोरोना टेस्ट करा लें।