बैरागी अखाड़ो संतो ने मेला प्रशासन की कुम्भ 2010 की तरह जमीन आवंटन की मांग
हरिद्वार। अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास, श्री पंच दिगम्बर अनि अखाड़े के श्रीमहंत कृष्णदास, श्री पंच निर्वाणी अनि अखाड़े के श्रीमहंत धर्मदास व अन्य वैष्णव संतों से मुलाकात की। इस दौरान बैरागी अखाड़ों के संतों ने मेलाधिकारी से 2010 के कुंभ की तरह जमीन का आवंटन कर बिजली, पानी, शौचालय और सड़कों की दशा सुधारने के साथ अतिक्रमण हटाने, तीनों अखाड़ों के अनुसार तंबू की व्यवस्था करने, मुख्य द्वार पर पेंटिंग कराने, धोबी घाट के दोनों ओर की जमीन को खाली कराकर तुरंत कार्य शुरू कराने की मांग करते हुए अपनी ओर से पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया। श्री पंच निर्मोही अनि अखाड़े अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को बधाई देते हुए कहा कि उनके द्वारा कुंभ मेले में संतों के टेंट, शिविर आदि लगाने का निर्णय लिया जाना सराहनीय हैं। अब मेला प्रशासन को देरी ना करते हुए बाहर से आने वाले संतों के लिए सभी मूलभूत व्यवस्थाएं उपलब्ध करानी चाहिए। श्री पंच निर्वाणी अनि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास महाराज ने कहा कि अखाड़ा परिषद के अथक प्रयास और बैरागी संतों के संघर्ष के बाद सरकार ने साधु संतों की भावनाओं का सम्मान करते हुए जो निर्णय लिया है वह सराहनीय है। धार्मिक अनुष्ठानों व ईश्वर का नाम लेने से कोरोना अपने आप भाग जाएगा। इसलिए कोरोना की आड़ लेकर कुंभ के आयोजन में व्यवधान उत्पन्न नहीं किया जाना चाहिए। अधिकारी कुंभ मेले को धर्म कार्य मानते हुए कर्तव्य पालन करें। श्री पंच दिगंबर अनि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत कृष्णदास महाराज ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते बैरागी कैंप में संतों को सुविधाएं उलब्ध कराने व मेला कार्यो में जो देरी हुई है। उसे भुलाकर तेजी से सभी कार्य पूरे किए जाएं। ताकि बाहर से आने वाले संतों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। मेलाधिकारी दीपक रावत ने संतों को आश्वासन देते हुए कहा कि दिन-रात काम करके बैरागी कैंप में बजली, पानी, शौचालय, सड़क आदि से सम्बंधित जो भी व्यवस्थाएं हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा। इस अवसर पर महंत रामशरण दास, महंत रामजीदास, महंत रामकिशोर दास शास्त्री, महंत मोहनदास, महंत सुखदेव दास, स्वामी अमित दास, कामधेनु बाबा, महंत विष्णु दास, महंत प्रहलाद दास, महंत अगस्त दास, महंत भगवान दास, महंत दिव्य राम दास, महंत गोपाल दास, महंत राम छबीला दास, महंत रामदास, अपर मेलाधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र, उप मेलाधिकारी दयानंद सरस्वती, सेक्टर मजिस्ट्रेट अजयवीर सिंह, पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता मो.मीसम सहित लोक निर्माण, बिजली, सिंचाई, जल संस्थान आदि सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।