वसंत पंचमी के दिन ब्रह्मा ने की थी सृ्ष्टि की रचना -श्रीमहंत रविन्द्र पुरी
हरिद्वार। मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि वसंत पंचमी के दिन गंगा स्नान करने से विशेष पुण्यफल की प्राप्त होती है। बसंप पंचमी स्नान का विशेष महत्व होता है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बसंत पंचमी के पौराणिक महत्व के बारें में बताते हुए कहा कि मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में वसंत पंचमी मनाई जाती है। इसलिए वसंत पंचमी पर मां सरस्वती का पूजन किया जाता है। मां सरस्वती ज्ञान की देवी है। उनकी पूजा करने से ज्ञान की वृद्धि होती है। उन्होंने बताया कि माघ शुक्ल पक्ष की उदया पंचमी तिथि वसंत पंचमी से वसंतोत्सव की शुरुआत हो जाती है जोकि होली तक चलता है। वसंत पंचमी के ही दिन ब्रह्मा ने सृ्ष्टि की रचना की थी। इसलिए यह दिन नये कार्यों की शुरुआत करना अच्छा माना जाता है। इस दिन विशेष तौर पर कोई नई विद्या आरंभ करना, कोई नया काम शुरू करना, बच्चों का मुंडन संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार, गृह प्रवेश या कोई अन्य शुभ काम करना बड़ा ही अच्छा माना जाता है। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी के दिन को मां सरस्वती का जन्मदिवस माना जाता है। वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की खास पूजा की जाती है।