पूर्वजों से प्रेरणा लेकर अपने आचरण में भारतीय संविधान को आत्मसात करने का संकल्प ले
हरिद्वार 22 जनवरी। उत्तराखंड ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पंडित पदम प्रकाश शर्मा ने कहा है कि गणतंत्र दिवस लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व है। जिस दिन स्वतंत्र भारत का अपना संविधान लागू हुआ था। संविधान के निर्माण से लेकर लागू करने में ब्राह्मण समाज का बहुत बड़ा योगदान रहा है और गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम सबको भारतीय संविधान के संरक्षण एवं सम्बर्धन का संकल्प लेना है। भगत सिंह चैक स्थित जवाहरलाल नेहरु राष्ट्रीय युवा केंद्र के सभागार में उत्तराखंड ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में आयोजित युवा विंग की बैठक को अध्यक्षीय पद से संबोधित कर रहे थे। संविधान को लोकतंत्र की आत्मा बताते हुए उन्होंने कहा कि देश हो या धर्म ,राज्य हो या परिवार सभी को नियमानुसार संचालित करने के लिए एक नियमावली होती है। जिसे संविधान कहते हैं और भारत के संविधान को तैयार होने तथा लागू करने में भले ही ढ़ाई वर्ष का समय लग गया हो। लेकिन हमारे देश का संविधान पूरे विश्व मे अद्वितीय है। देश में संवैधानिक पदों का सफलतापूर्वक निर्वाह करने वाले अपने पूर्वजों का भावपूर्ण स्मरण करते हुए उन्होंने ब्राह्मण समाज की युवा पीढ़ी का आवाहन किया कि अपने पूर्वजों से प्रेरणा लेकर अपने आचरण में भारतीय संविधान को आत्मसात करने का संकल्प लें। उन्होंने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कराया कि संपूर्ण समाज को अपने संवैधानिक अधिकार एवम दायित्वों की जानकारी देने के उद्देस्य से प्रतिवर्ष दो कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। अवसर पर गौरव कौशिक, पार्थ दुबे, मनोज शर्मा, सौरभ शर्मा, अभिषेक भारद्वाज, पंकज शर्मा, राधे श्याम शर्मा, ऋषभ वशिष्ठ तथा प्रशांत पाराशर सहित नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आये ब्राह्मण समाज के युवाओं ने भाग लिया।