भगवान शिव सभी को समान दृष्टि से देखते हैं

 हरिद्वार। राजमाता आशा भारती महाराज ने कहा है कि देवों के देव महादेव भगवान शिव सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति एवं संहार के अधिपति हैं और अनादि एवं सृष्टि प्रक्रिया के आदि स्रोत हैं। भूपतवाला स्थित निराला धाम की अध्यक्ष आशा भारती महाराज के सानिध्य में ब्रह्मलीन स्वामी लहरी बाबा द्वारा प्रचलित परंपरानुसार सिद्ध पीठ नागेश्वर महादेव गद्दी पर आयोजित 32वें विराट शिव शक्ति महायज्ञ के दूसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान शिव सभी को समान दृष्टि से देखते हैं। इसलिए उन्हें महादेव भी कहते हैं। जो दीन दुखी दीनानाथ के दरबार में आ जाता है। भगवान उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शिव मनुष्य के कर्मो को भलीभांति निरीक्षण कर उन्हें वैसा ही फल प्रदान करते हैं। संपूर्ण सृष्टि शिवमय है। भगवान महादेव प्रत्येक श्रद्धालु भक्त के हृदय में विराजमान हैं। सभी को प्रभु भक्ति में लीन रहकर सत्य के मार्ग पर अग्रसर रहना चाहिए। ऐसा करने वालों से भगवान शिव प्रसन्न होकर सहस्त्रगुणा पुण्य फल अपने भक्तों को प्रदान करते हैं। इस अवसर पर स्वामी हरिहरानन्द, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी दिनेश दास, महेश इन्द्र शर्मा, रमेश मिड्डा, राजकुमार अरोड़ा, संदीप कुमार आदि मौजूद रहे।