ब्रह्मलीन स्वामी सदानंद परमहंस महाराज को संतो ने दी श्रद्वांजलि

 हरिद्वार। भूपतवाला में सोहम् सम्प्रदाय की प्रतिष्ठित धार्मिक संस्था अखंड गीता मंदिर के परमाध्यक्ष ब्रह्मलीन स्वामी सदानंद परमहंस महाराज को उनकी षोड्शी पर स्वामी परमानंद महाराज की अध्यक्षता एवं स्वामी विवेकानंद महाराज के संचालन में श्रद्धाजंलि का आयोजन किया गया। समारोह में संतजनों ने ब्रह्मलीन स्वामी सदानंद परमहंस महाराज को श्रद्धाजंलि अर्पित की और उनके शिष्य प्रकाश वीर को महंताई चादर ओढ़ाकर संस्था की समस्त जिम्मेदारी सौंपी, साध्वी पूर्णानंद को धर्म प्रचार का दायित्व सौंपा गया। संत समाज ने तिलक, चादर प्रदान कर प्रकाश वीर को महंत पद पर आसीन किया। इस अवसर पर आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में म.मं. स्वामी प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी सदानंद परमहंस त्याग, तपस्या और ज्ञान की प्रतिमूर्ति थे जिनके ब्रह्मलीन होने से सोहम् सम्प्रदाय ने अपना एक संरक्षण खो दिया है। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में स्वामी परमानंद महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी सदानंद परमहंस महाराज सोहम् सम्प्रदाय के वयोवृद्ध संत थे जिन्होंने अपना सारा जीवन गीता और उसके ज्ञान के प्रचार प्रसार में व्यतीत किया, सारे देश में अखंड गीता मंदिर, गौशालाओं की स्थापना कर सनातन हिन्दू धर्मालम्बियों को गीता, गंगा और गाय की रक्षा का संदेश दिया। इस अवसर पर स्वामी कैलाश महाराज, स्वामी लाल जी महाराज, स्वामी ओमानंद, स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी, महंत स्वयंमानंद, महंत जगजीत सिंह, महंत दुर्गादास, महंत जगदीशानंद, पार्षद अनिरूद्ध भाटी, डाॅ० उमेश सचान, गंगाधर पांडे, लक्ष्मी त्रिपाठी, दिनेश शर्मा, सूर्यकांत शर्मा, नीरज शर्मा, संजय वर्मा, दिव्यम यादव सहित विभिन्न अखाड़ांे के प्रतिनिधि, समाजसेवी उपस्थित रहे।