दुष्कर्म के मामले को लेकर शहर में विरोध, प्रदर्शन, कैंडल मार्च का सिलसिला जारी
हरिद्वार। ऋषिकुल दुष्कर्म मामले में पुलिस को दो-दो मोर्चों पर जूझना पड़ रहा है। रोजाना विरोध-प्रदर्शन, जाम और हंगामे के चलते शहर में शांति व कानून व्यवस्था में आधे जिले की पुलिस को लगाना पड़ रहा है। अधिकारियों का ध्यान बार-बार विरोध प्रदर्शनों में उलझने के चलते आरोपित राजीव की गिरफ्तारी पर पूरा फोकस नहीं हो पा रहा है। रविवार को दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद से ही शहर में विरोध, प्रदर्शन, कैंडल मार्च, जाम व हंगामे का सिलसिला जारी है। भीड़ पहले दिन ही उग्र होकर आरोपित के घर में तोड़फोड़ व आगजनी कर चुकी है। आक्रोशित युवा रोजाना जाम लगाकर मध्य हरिद्वार की यातायात व्यवस्था ठप कर रहे हैं। सभी की एक ही मांग है कि दूसरे आरोपित राजीव को गिरफ्तार किया जाए। साथ ही, दोषियों को फांसी भी दी जाए। लेकिन, राजीव को पकड़ने से ज्यादा पुलिस की ऊर्जा विरोध प्रदर्शनों को संभालने में खर्च हो रही है। हरिद्वार शहर कोतवाली के अलावा ज्वालापुर, रानीपुर, कनखल, श्यामपुर, सिडकुल, बहादराबाद व पथरी थाना के एसओ-इंस्पेक्टरों को रोजाना शाम के समय हरिद्वार बुलाकर विरोध प्रदर्शनों में शांति व्यवस्था बनाने में लगाया जा रहा है। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सदर विशाखा अशोक, सीओ बहादराबाद विजेंद्र डोभाल, सीओ श्यामपुर संजय विश्नोई भी बार-बार स्थिति को संभालने पहुंच रहे हैं। दो तरफा व्यस्तता के चलते राजीव की धरपकड़ में पुलिस अधिकारी पूरा ध्यान नहीं लगा पा रहे हैं। इसलिए गुरुवार को एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस को वीडियो जारी कर शहरवासियों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करनी पड़ी। विरोध प्रदर्शन में कुछ बाहरी लोग जानबूझकर पुलिस से भिड़ रहे हैं। विरोध-प्रदर्शन और आंदोलन में आराजक तत्व शामिल होकर शहर की शांति व्यवस्था को नुकसान न पहुंचा दे, इसके लिए पुलिस प्रशासन के आला अफसर अलर्ट हैं। जिलाधिकारी के स्तर पर भी सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल और एसडीएम सदर गोपाल सिंह चैहान को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।