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ब्रह्मलीन स्वामी शंकरानंद महाराज सरलता, धर्मपरायणता की प्रतिमूर्ति थे-मदन कौशिक
हरिद्वार। गरीबदासी सम्प्रदाय की प्रतिष्ठित धार्मिक संस्था आनंद आश्रम के ब्रह्मलीन परमाध्यक्ष म.मं. स्वामी शंकरानंद महाराज को उनकी 13वीं पुण्यतिथि पर नगर विकास मंत्री मदन कौशिक सहित संतजनों ने भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की। आनंद आश्रम के वर्तमान परमाध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराज की अध्यक्षता और स्वामी विवेकानंद महाराज के संयोजन में श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया। नगर विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी शंकरानंद महाराज सरलता, धर्मपरायणता की प्रतिमूर्ति थे। स्वामी शंकरानंद महाराज गरीबदासी परम्परा के प्रतिष्ठित संत थे जिन्होंने आनंद आश्रम को तीर्थनगरी हरिद्वार मंे एक विशिष्ट स्थान दिलवाया। म.मं. स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने इस अवसर पर कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी शंकरानंद महाराज की सरलता और सादगी उनकी विशिष्ट पहचान थी। उन्होंने सारा जीवन गरीबदास महाराज की वाणी के प्रचार-प्रसार में व्यतीत किया। श्रद्धाजंलि सभा में पधारे संतजनों का स्वागत करते हुए आनंद आश्रम के वर्तमान परमाध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा गुरूदेव का जीवन गौ, गंगा और परमार्थ को समर्पित रहा। उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर हम गुरूदेव के दिखाये मार्ग का अनुसरण करने का संकल्प लेते हैं। इस अवसर पर महंत दुर्गादास, महंत रविदेव शास्त्री, आचार्य हरिहरानंद, महंत दिनेश दास, महंत सुमित दास, महंत केशवानंद, शिवम महंत सहित संत-महंतजन उपस्थित रहे। इस अवसर पर पार्षद अनिरूद्ध भाटी, अनिल वशिष्ठ, जय सिंह मावी, बालकृष्ण भाटी, सुरेंद्र चैधरी, राधेश्याम, प्रदीप भाटी, जगत सिंह मावी, ब्रह्मपाल नागर, कपिल शर्मा, सूर्यकान्त शर्मा, अनिल प्रजापति, दिनेश शर्मा, विमल त्यागी, आलोक शर्मा सहित श्रद्धालु भक्तांे ने ब्रह्मलीन स्वामी शंकरानंद महाराज को श्रद्धाजंलि अर्पित की।