हर की पैड़ी पर फिर से गंगा,चार साल पहले के शासनादेश को किया सरकार ने निरस्त
हरिद्वार। आखिरकार उत्तराखंड शासन द्वारा हर की पैड़ी पर गंगा को स्केप चैनल बताने सम्बन्धी तत्कालीन हरीश रावत सरकार द्वारा जारी शासनादेश को रदद कर दिया। इस सम्बन्ध में शासन की ओेर से बुधवार को शासनादेश जारी कर दिया गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 4दिसम्बर को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिद्वार आ रहे है। भाजपा अध्यक्ष हरिद्वार गंगा आरती में शामिल होगें। उनके गंगा आरती में शामिल होने से दो दिन पूर्व सरकार ने हर की पैड़ी को फिर से गंगा का दर्जा दे दिया है। इसके लिए 2016 में जारी स्कैप चैनल संबंधित शासनादेश निरस्त कर दिया गया है। इसी के साथ खड़खड़ी से हर की पैड़ी होते हुए कनखल तक की जलधारा को स्वतः गंगा का दर्जा मिल गया है। सचिव आवास शैलेश बगौली की ओर से बुधवार को इसके आदेश जारी किए गए। आदेश में विभाग की ओर से 14 दिसंबर 2016 को जारी शासनादेश में इस क्षेत्र का उल्लेख स्कैप चैनल के रूप में किए जाने संबंधित निर्णय समाप्त किए जाने की जानकारी दी है। हालांकि स्कैप चैनल शब्द हटाने के अलावा उक्त शासनादेश के अन्य बिंदू अब भी प्रभावी रहेंगे। इस तरह इस क्षेत्र में निर्माणों पर फिर सवाल खड़ा हो सकता है। गौरतलब है मैदानी क्षेत्रों में गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे दो सौ मीटर के दायरे में निर्माण प्रतिबंधित करने संबंधित एनजीटी के आदेश के क्रम में राज्य सरकार दिसंबर 2016 में उक्त शासनादेश जारी किया था। इससे गंगा के दौ सौ मीटर दायरे में हुए निर्माण कार्यों को फौरी राहत तो मिल गई थी, लेकिन संत समाज सहित अन्य लोग शुरुआत से ही इस आदेश को निरस्त करने की मांग कर रहे थे।