देवभूमि उत्तराखंड बचाओ की बैठक में राज्य की सीमा के साथ छेड़छाड़ का किया विरोध

 हरिद्वार। देवपुरा चैक पार्क में राज्य आंदोलनकारी जेपी बडोनी ने एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें की सभी आंदोलनकारियों ने बैठक में भाग लिया देवभूमि उत्तराखंड बचाओ बैनर के तले यह बैठक की गई है। केंद्र सरकार के जो पूर्ण गठन उसके द्वारा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, इन राज्यों के साथ छेड़छाड़ की़ जा रही है। इनका सीमांकन किया जा रहा है। किसी ओर जनपद में मिलाने की बात कि जा रही है। प्रस्ताव पारित किए जा चुके हैं योजना बनाई जा चुकी है। उन्होने दावा किया कि उत्तराखंड राज्य के साथ उतर प्रदेश के मंडलो को मंडल के अधीन जनपदों को जोड़ने कि बात हो रहीं है। हमारा विरोध सरकार यह है। उत्तराखंड राज्य जो कि भारत के 8 पर्वतीय राज्यों में से एक राज्य है। इसकी भौगोैेलिक स्थिति, सामरिक स्थिति,पर्यावरण की स्थिति के अनुकूल राज्य की सीमा के साथ किसी भी अन्य राज्य की सीमा के साथ जोड़ना इस राज्यों के निवासियों के साथ गलत होगा। क्योंकि यह राज्य बलिदान से प्राप्त हुआ है। हमारे जो संन साधन है लगातार 20 वर्षों में माफिया सरकारों द्वारा उनका दोहन किया गया है। आज तक भी हम इस आधार पर उत्तराखंड कि इस अवधारणा के आधार के पृथक्करण कि हम मांग कर रहे थे। वह मूल अवधारणा अभी बाकी है। कहा के भाजपा सरकार जो अन्य मैदानी क्षेत्रों को उत्तराखण्ड में मिलाने का एक कठिन प्रयास कर रही है। उसके हम बिल्कुल भी तैयार नहीं है। किसी भी भू-भाग को उत्तराखण्ड राज्य में मिलाने के खिलाफ आंदोलन होगा। इस आंदोलन में हमारे सभी आंदोलनकारी भाग लेंगे और इसको रोकने के लिए हम पूर्ण विरोध करेंगे यह आंदोलन आगे जाकर बहुत बड़ा आंदोलन होगा।