काकोरी कांड के शहीदों को दी श्रद्वांजलि
हरिद्वार। काकोरी कांड के शहीदों का नमन करते हुए रावली महदूद सिडकुल में प्रभात फेरी निकाली गई। साथ ही उनके सम्मान में एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खां, राम प्रसाद विश्मिल, रोशन सिंह एवं राजेन्द्र लाहिड़ी के अमर बलिदान को याद किया गया। काकोरी कांड के शहीदों को याद करते हुए इंकलाबी मजदूर केन्द्र के हरिद्वार प्रभारी पंकज कुमार ने कहा कि काकोरी कांड के शहीद अशफाक उल्ला खां, राम प्रसाद बिस्मिल, रोशन सिंह एवं राजेंद्र लाहिड़ी आदि क्रांतिकारियों ने लखनऊ सहारनपुर पैसेंजर ट्रेन को काकोरी स्टेशन के नजदीक जो अंग्रेजों के खजाने को लूटा। यह खजाना अंग्रेजों के द्वारा भारत को लूट कर अपने देश ले जाया जा रहा था। क्रांतिकारियों का उद्देश्य इस खजाने से आजादी के आंदोलन को और तेज करना था। इन क्रांतिकारियों ने देश को आजाद करने के लिए सभी जाति धर्म के लोगों को एक साथ लेकर अंग्रेजों से लोहा लिया और अपने प्राणों की बलि दे दी। भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के महामंत्री अवधेश कुमार ने कहा कि हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा 1917 में रूस में महान अक्तूबर समाजवादी क्रांति के विचारों को आत्मसात कर हिन्दुस्तान के नौजवानों में क्रांति के लिए जोश पैदा किया। समाजवाद से प्रेरित होकर ही इन क्रांतिकारियों ने अपने संगठन का नाम हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन रखा। फूड्स श्रमिक यूनियन आईटीसी के प्रचार मंत्री देवेंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में केंद्र सरकार किसानों को बर्बाद करने के लिए तीन काले कृषि कानून लाई है जिसका पहले पंजाब और हरियाणा में और अब पूरे देश में विरोध हो रहा है। 26 दिसंबर से देश भर के किसानों ने राजधानी दिल्ली की सीमाओं को ही अपने आंदोलन का केंद्र बनाया हुआ है। प्रभात फेरी निकाले वालों में राज किशोर, पंकज कुमार, राजू, नीशू कुमार, अवधेश कुमार, कुलदीप सिंह, विजय कुमार, रामकुमार ब्रिजेश कुमार, देवेंद्र सिंह रंजना एवं दीपा आदि उपस्थित रहे।