कोविड19 के दृष्टिगत काॅलेज में दिशा-निर्देश का कड़ाई से होगा पालन-बत्रा

 हरिद्वार। कोविड19 के चलते पिछले दस महीने से बंद उच्च शिक्षण संस्थानों में 15 दिसम्बर से पठन-पाठन हेतु खोले जाने के शासन के निर्णय के बाद जारी दिशा-निर्देशों को सख्ताई से पालन करने हेतु आज महाविद्यालय में शिक्षकों की एक आवश्यक बैठक हुई। प्राध्यापकों को जानकारी देते हुए डाॅ. बत्रा ने बताया कि महाविद्यालयों में आॅफलाईन पठन-पाठ्न हेतु खोले जाने पर छात्रों की उपस्थिति के सम्बन्ध में अभिभावकों की सहमति-पत्र की अनिवार्यता है। महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर ही सैनेटाईजर, हैण्डवाश, थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की जायेगी। किसी भी शिक्षक, कर्मचारी अथवा छात्र को खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण होने उसे वापस घर भेज दिया जायेगा। सामाजिक दूरी (दो गज) का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। महाविद्यालय खोलने पर कोविड-19 के नियमों का पालन न करने पर सम्बन्धित शिक्षक/कर्मचारी/छात्र-छात्राओं के विरूद्ध महामारी अधिनियम की संगत धाराओं के अधीन कार्यवाही की जा सकती है। डाॅ. बत्रा ने बताया कि उक्त समस्त दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु समस्त शिक्षण संस्थानों में पृथक-पृथक नोडल अधिकारी नामित किये गये जिसमें डाॅ. सुषमा नयाल को मुख्य नोडल अधिकारी तथा डाॅ. विजय शर्मा, पंकज यादव व विवेक मित्तल को सहायक नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया जो मुख्य नोडल अधिकारी का सहयोग करेंगे। केन्द्र/राज्य/यूजीसी द्वारा जारी कोविड-19 के नियमों का समय-समय पर पालन सख्ती से किया जायेगा।  मुख्य अनुशासन अधिकारी डाॅ. सरस्वती पाठक ने बताया कि राज्य के बाहर से आने वाले छात्रों को कोविड-19 (आर.टी.-पी.सी.आर.) टैस्ट कराना अनिवार्य होगा तथा निगेटिव रिपोर्ट महाविद्यालय में दिखानी होगी। बैठक में मुख्य रूप से डाॅ. मन मोहन गुप्ता, डाॅ. नलिनी जैन, डाॅ. पूर्णिमा सुंदरियाल, विनीत सक्सेना, नेहा सिद्दकी, डाॅ. प्रज्ञा जोशी, डाॅ. पदमावती तनेजा, एम.सी. पाण्डेय, संजीत कुमार आदि उपस्थित थे।