कोरोना संक्रमण से राशन डीलर की मौत के मामले में परिवार को मुआवजा देने की मांग

हरिद्वार। उत्तराखंड राजकीय उचित दर विक्रेता एसोसिएशन के बैनर तले राज्य खाद्यान्न गोदाम में शहर के राशन डीलरों ने शोक सभा की। कोरोना संक्रमण के चलते हुई राशन डीलर की मौत के बाद भी मुआवजा न देने पर नाराजगी जताई गई। इस संबंध में जिलापूर्ति अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। जल्द परिवार को मुआवजा न दिए जाने पर प्रदेशभर की सस्ते गल्ले की दुकानों को बंद कर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी। अध्यक्ष नरेंद्र शर्मा ने कहा कि मार्च माह में कोरोना संक्रमण पूरी तरह फैल गया था। जिसके बाद भी सभी राशन विक्रेता खाद्यान्न वितरण करते रहे। कहा कि बीते दिनों ज्वालापुर निवासी राशन विक्रेता अजनीश सिखौला राशन वितरण के दौरान ही कोरोना से संक्रमित हो गए थे। कई दिन पहले उनकी मौत हो गई। कहा कि सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने पर दुकानदार को 10 लाख का मुआवजा देने की बात कही गई थी। लेकिन दुख की बात यह है कि उनके परिवार को दस लाख का मुआवजा देने को लेकर अभी तक भी कोई बात अधिकारी नहीं कर रहे हैं। कार्यकारी अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि मृतक राशन विक्रेता के परिवार को 10 लाख का मुआवजा देने के साथ ही उनकी दुकान का लाइसेंस उनके परिवार के नाम आवंटित किया जाए। महामंत्री प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि अगर जल्द ही मुआवजा नहीं दिया गया तो सभी राशन डीलर अपनी दुकानें बंद कर खाद्यान्न वितरण बंद कर हड़ताल करेंगे। मुकर्रम अली ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बीच सभी राशन विक्रेता बड़ी सावधानी के साथ ग्राहकों को खाद्यान्न वितरण कर रहे हैं। सरकार ने जो घोषणा की है, उसे जल्द पूरा किया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो पूरे प्रदेश के राशन विक्रेता हड़ताल करने को मजबूर होंगे। इस दौरान यशपाल व्यास, चरणजीत सिंह, विमल कुमार जैन, महेश चंद्र साहू, शिव कुमार आर्य, महाराज कृष्ण सेठ, सुरेंद्र सिंह रैना, मनमोहन भगत, विशाल सैनी, अनिल कुमार अरोड़ा, सतेंद्र कुमार, संतोष भाटिया, अनिल मित्तल आदि शामिल रहे।