मानव अधिकारी संरक्षण समिति ने मनाया विश्व साक्षरता दिवस
हरिद्वार। मानव अधिकार संरक्षण समिति के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव हेमन्त सिंह नेगी ने बताया प्रत्येक वर्ष पूरे विश्व में साक्षरता दिवस 8 सितम्बर को मनाया जाता है। यह दिन हमारे समाज में जागरूकता फैलाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पर्व अंतरास्ट्रीय स्तर पर पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज में लोगो के प्रति शिक्षा को प्राथमिकता देने को बढ़ावा देना है। इस दिन को मनाने की शुरुवात यूएन की संयुक्त राष्ट्र संग की यूनेस्को द्वारा 17 नवम्बर 1965 में हुई थी। राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव ने बताया कि मानव विकास और समाज के लिये उनके अधिकारों को जानने और साक्षरता की ओर मानव चेतना को बढ़ावा देने के लिये अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है। सफलता और जीने के लिये खाने की तरह ही साक्षरता भी महत्वपूर्णं है। गरीबी को मिटाना, बाल मृत्यु दर को कम करना, जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करना, लैंगिक समानता को प्राप्त करना आदि को जड़ से उखाड़ना बहुत जरुरी है। साक्षरता में वो क्षमता है जो परिवार और देश की प्रतिष्ठा को बढ़ा सकता है। ये उत्सव लगातार शिक्षा को प्राप्त करने की ओर लोगों को बढ़ावा देने के लिये और परिवार, समाज तथा देश के लिये अपनी जिम्मेदारी को समझने के लिये मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस साक्षरता के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है। इसलिए, दुनिया भर में लोगों द्वारा सामना किए जाने वाले साहित्यिक मुद्दों को उठाना आवश्यक है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2020 का विषय ‘‘ब्व्टप्क्-19 संकट और उससे परे साक्षरता शिक्षण और शिक्षा है।‘‘ विषय साक्षरता सीखने को आजीवन सीखने के नजरिए से उजागर करता है और इसलिए युवाओं और व्यस्कों पर ध्यान केंद्रित करता है।